अपहरण के इस वारदात में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। पीड़ित परिवार के मुताबिक जैसे ही अपहर्ताओं का फोन आया और फिरौती मांगी गई तत्काल इसकी सूचना इटियाथोक थाने की पुलिस को दी गई थी। लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने के बजाए इसे दूसरे थाने की घटना बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया। जब पीड़ित पक्ष इसकी शिकायत लेकर धानेपुर थाने पर पहुंचा तो धानेपुर थाने पर भी उसकी प्राथमिकी नहीं लिखी गई। दोनों थानों की पुलिस कर्मियों ने आला अफसरों को भी वारदात की सूचना नहीं दी जिससे अपहर्ता भागने में सफल रहे। अब पुलिस अपहर्ताओं की तलाश में हाथ-पांव मार रही है लेकिन 48 घंटे बीत जाने के बाद भी अपहर्ताओं का कोई सुराग नहीं लग सका है। वहीं पीड़ित परिवार किसी अनहोनी की आशंका को लेकर दहशत में है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए एसओजी समेत कई पुलिस टीमों को लगाया गया है। अपहर्ताओं के संबंध में अहम सुराग मिले हैं। जल्द ही मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।