सूर्य ग्रहण 2022 का समय: 30 अप्रैल को लगने जा रहा यह सूर्य ग्रहण मध्यरात्री 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और सुबह 4 बजकर 7 मिनट पर खत्म होगा। यह सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी पश्चिमी हिस्से, अटलांटिक और अटार्कटिका में नजर आएगा।
ऐसे लगता है सूर्य ग्रहण: सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य को ढ़क देता है। इस स्थिति में सूर्य की किरणें धरती तक नहीं पहुंच पाती है। इसे ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है। जब चंद्रमा सूर्य को आंशिक रूप से ढ़कता है तो इसे आंशिक सूर्य ग्रहण कहा जाता है। वहीं जब चंद्रमा सूर्य के केवल बीच के भाग को ढ़कता है तब उसे वलयकार सूर्य ग्रहण कहते हैं। इस समय सूर्य एक अंगूठी की तरह दिखाई देता है।
ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले, जीवों पर नहीं पड़ेगा प्रभाव सूर्य ग्रहण में 12 घंटे तथा चंद्र ग्रहण में ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है, किंतु सूतक काल वहीं लगता है, जहां ग्रहण दिखाई देता है। वहीं के जन मानस तथा जीवों पर ग्रहण का प्रभाव भी पड़ता है। भारतीय भू भाग पर इस ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं होने से इसकी कोई धर्म शास्त्रीय मान्यता नहीं है, और नहीं किसी विशेष विस्तृत विवरण की भी कोई आवश्यकता है। 16 मई 2022 को लगने वाला खग्रास चन्द्र ग्रहण भी भारतीय भू भाग से नहीं दिखेगा। इसलिए राशियों के ऊपर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी देने की कोई आवश्यकता नहीं है।