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UP Board Exam 2018- अब मेरिट लिस्ट के आधार पर होगा परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण

locationगोंडाPublished: Oct 27, 2017 09:44:55 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

जिले के 423 विद्यालयों से हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट के 1,15,333 परीक्षार्थी लेंगे भाग, बालिकाओं के कक्ष में पुरुष कक्ष निरीक्षक नहीं कर सकेंगे ड्यूटी.

UP Board 2018

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गोण्डा. यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में जुगाड़ का खेल चलने की संभावनायें कम होती नजर आ रही हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर मेरिट लिस्ट के तहत परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण होगा।
इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षा में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट के 423 विद्यालयों के 115333 परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं। जो पिछले वर्ष की तुलना में 10816 परीक्षार्थी अधिक है। वहीं नई व्यवस्था के तहत इस बार बालिकाओं के कक्ष में पुरुष कक्ष निरीक्षक ड्यूटी नहीं कर सकेंगे। परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण के नई व्यवस्था के तहत समस्त विद्यालयों के प्राचार्य परिषद की वेबसाइट पर विद्यालय से सम्बन्धित आधारभूत सूचनाओं को जिला विद्यालय निरीक्षक से प्रमाणित कराकर अपलोड करायेंगे। मसलन विद्यालयों के प्रवेश द्वार सहित अगर सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में वरीयता दी जायगी। साथ ही साथ जिसे परीक्षा केन्द्र बनाया जा रहा है उसमें कितने पक्के कमरे, चहरदीवारी, विद्युत व्यवस्था, पेयजल, शौचालय सहित सभी व्यवस्था सुसज्जित है कि नहीं साथ ही साथ सम्बन्धित विद्यालयों में प्रश्न-पत्रों की गोपनीयता एवं सुरक्षा के लिए कम से कम दो लोहे की अलमारियों का होना अनिवार्य है। परीक्षा केन्द्र तक पहुंचने के लिए बेहतर सम्पर्क मार्ग की व्यवस्था होनी चाहिए।
प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर न्यूनतम 300 तथा अधिकतम 1200 परीक्षार्थी ही परीक्षा दे सकेंगे। जिन विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाया जा रहा है, यदि वहाँ के प्रधानाचार्य डिबार किये गये हैं तो केन्द्र व्यवस्थापक नहीं बन सकेंगे। परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में अधिकतम आठ किलोमीटर की परिधि में ही केन्द्र बनाये जा सकते हैं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में बालिकाओं को यदि उनका विद्यालय परीक्षा केन्द्र बनाया गया है तो उन्हें अपने ही विद्यालय में परीक्षा देनी होगी। यदि स्थानीय केन्द्र की व्यवस्था नहीं है तो अधिकतम पांच किमी की परिधि में केन्द्र का निर्धारण किया जायेगा।
ऐसे होगा केन्द्रों का निर्धारण-
विद्यालय में उपलब्ध पक्के कक्षों में प्रयोगशाला, स्टाफ कक्ष, लाइबे्ररी, प्रधानाचार्य कक्ष को छोड़कर इण्टर स्तर के विद्यालय के लिए 10 अंक तथा हाईस्कूल के लिए 5 अंक। जहाँ 25 से अधिक कक्ष हैं उसके लिए 25 अंक, 21 से 25 तक 20 अंक, 16 से 20 तक 15 अंक, 11 से 15 तक 10 अंक व 10 से कम कक्ष पर 5 अंक दिये जाएंगे। वही जहाँ पर 1000 से अधिक छात्रों के लिए फर्नीचर की व्यवस्था है। उन्हें 25 अंक, 800 तक 20 अंक, 600 तक 15 अंक, 400 तक 10 अंक, 300 तक 5 अंक 300 से कम 0 अंक का निर्धारण किया गया है। इन्हीं अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जायेगी तथा मेरिट लिस्ट के अवरोही क्रम में केन्द्रों का निर्धारण किया जायेगा।
हाईस्कूल व इण्टर में बालक बालिकाओं के स्थिति पर एक नजर-
यूपी बोर्ड 2018 की परीक्षा में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट संस्थागत एवं व्यक्तिगत छात्र-छात्राओं के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो बालक व बालिकाओं में लगभग 60 व 40 अनुपात है। हाईस्कूल में संस्थागत बालक 36769 तथा बालिका 26140, व्यक्तिगत बालक 1483 तथा बालिका 357 इण्टरमीडिएट संस्थागत बालक 26508 बालिका 21878, व्यक्तिगत बालक 1501 तथा बालिका 662 परीक्षा में भाग लेंगे।
क्या कहते हैं जिला विद्यालय निरीक्षक-
इस सम्बन्ध में जिला विद्यालय निरीक्षक राम खेलावन वर्मा ने बताया कि परिषद की वेबसाइट पर 423 विद्यालयों की सूचनायें अपलोड कर दी गयी हंै। इस बार केन्द्रों के लिए जिन मानकों का निर्धारण किया गया है, उसी के आधार पर मेरिट बनेगी और परिषद ही केन्द्रों का निर्धारण करेगा।
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