मुख्यालय के विकास भवन परिसर में उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस मनाने के लिए विभिन्न विभागों ने दो दिन पूर्व से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं। पूरे परिसर में करीब तीन दर्जन विभिन्न विभागों के स्टाल के माध्यम से लोगों को जानकारियां दी जा रही थी वहीं कस्तूरबा बालिका विद्यालय के छत्राओं द्वारा बनाया गया प्रोजेक्ट आकर्षण का केंद्र रहा। वहीं रेशम विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में ककून से कैसे धागे का निर्माण किया जाता है इसका विस्तार पूर्वक प्रदर्शन किया गया। वहीं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह ने अपने उत्पादों का स्टाल लगाकर प्रदर्शन किया।
बता दें कि 24 जनवरी 1950 से पहले उत्तर प्रदेश को यूनाइटेड प्रोविंस के नाम से जाना जाता था आज के दिन प्रदेश को उत्तर प्रदेश का नाम मिला। लेकिन अन्य प्रदेशों में प्रदेश दिवस मनाने की परंपरा जरूर रही है लेकिन उत्तर प्रदेश में यह दिवस मनाने की परंपरा नहीं रही है। सूबे में भाजपा की सरकार सत्तासीन होने के बाद से उत्तर प्रदेश दिवस मनाया जाने लगा। इस बाबत मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि 24 जनवरी 1950 से पहले इसे यूनाइटेड प्रोविंस के नाम से जाना जाता था आज के दिन इस नामकरण उत्तर प्रदेश किया। प्रदेश शासन ने यह दिवस मनाने का फैसला किया जिसके क्रम में हम इस दिवस के माध्यम से विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जा रहा है।