गोंडाPublished: Jan 17, 2022 07:03:24 pm
Mahendra Tiwari
गोंडा सरकार द्वारा निराश्रित पशुओं को सहारा देने के लिए बनाई गई गौशाला इन बेजुबानो के लिए अब कब्रगाह साबित साबित हो रही है। यहां पर व्यवस्था ना होने के कारण जहां कई जानवरों की मौत हो गई है। वहीं दर्जनों जानवर बीमारी के कारण तड़प रहे हैं। गौशाला की दुर्दशा की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने वहां के सचिव को निलंबित करने के बाद ग्राम प्रधान के अधिकार को सीज करने के लिए नोटिस जारी की है
जिले के विकासखंड मनिकापुर स्थित बृहत गौशाला बैरीपुर रामनाथ में जहां कई गौवश मृतक पडे हैं। वही लगभग एक दर्जन बीमार जानवर जमीन पर पडे तडप रहे हैं। बेसहारा जानवरों की तड़प तड़प कर हो रही मौत देखकर रोंगटे खड़े कर देती है। वायरल वीडियो में कई जानवर मृत पड़े हैं। वहीं तमाम जानवर बीमार होने के कारण तड़प रहे हैं। इनकी देखरेख के लिए लगाए गए पशु चिकित्सक परमहंस राय ने बताया कि यह गौशाला अधिकतम 180 गोवंश की क्षमता के लिए बनाई गई थी। वर्तमान समय में करीब 400 मवेशी यहां पर रखे गए हैं। जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई है। इस विषय में जब ग्राम प्रधान प्रतिनिधि आत्माराम पांडे ने बातचीत के दौरान बताया कि यहां पर मवेशियों को 15 दिनों से लगातार भेजा जा रहा है। जबकि यहां भूसा दाना ठंड से बचाव के लिए कोई अतिरिक्त व्यवस्था ग्राम पंचायत को नहीं दी गई। खास बात यह है कि पशु चिकित्सक तीन से चार मवेशियों के मरने की बात कह रहे हैं। लेकिन यहां पर एक दर्जन से अधिक मवेशियों की मौत हो चुकी है। इस संबंध में जिलाधिकारी मार्कंडेय साही ने बताया कि पूरे प्रकरण में पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है। ग्राम प्रधान के अधिकार सीज करने के लिए उन्हें नोटिस जारी की गई है। पूरे प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट आने के बाद जो भी अधिकारी कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट चेतवानी दी है कि गौ आश्रय केंद्रों पर आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त न मिलने पर बीडीओ सहित एडीओ, पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान और पशु चिकित्साधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा।/data/user/0/com.samsung.android.app.notes/files/clipdata/clipdata_bodytext_220117_181351_325.sdocx