इस बीच पहलवानों के समर्थन में 9 जून को होने वाली खाप की ओर से जंतर-मंतर पर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द कर दिया गया है। बीकेयू प्रमुख और बालियान खाप के नेता नरेश टिकैत ने कहा, ‘अगर शिकायत करने वाले लोगों ने खुद ही समझौता करने का फैसला कर लिया है तो हम क्या कह सकते हैं? हमें नहीं पता कि किन परिस्थितियों में या किस दबाव में उन्होंने काम पर लौटने का फैसला किया है? उनके और गृहमंत्री अमित शाह के बीच में क्या बातचीत हुई, यह भी नहीं मालूम। आखिर यह उनका अपना मामला है, हमारा नहीं।’
हालांकि, इस बीच सूत्रों का कहना है कि खाप सरकार के साथ पहलवानों के इस ‘बैकचैनल’ बातचीत से नाराज है। उन्होंने इस पर कड़ी आपत्ति भी जताई है। टिकैत बंधु इस बात पर भी नाराज हैं कि इस बातचीत में उन्हें लूप में नहीं रखा गया है। बताया गया कि रविवार शाम को राकेश टिकैत ने बजरंग पूनिया से फोन पर बात की और उनसे दो टूक कहा है कि अगर वह राजनेताओं के साथ जाना चाहते हैं तो उत्तर प्रदेश के खाप और किसान संगठन उनका साथ नहीं देंगे।