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गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में अगस्त में 394 से अधिक बच्चों की मौत यह जानकारी मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ.पीके सिंह ने दी। प्राचार्य ने दावा किया कि अब मेडिकल कालेज की स्थिति में लगातार सुधार आ रहा है। अन्य जगहों से आये डॉक्टर्स और संसाधनों के उपयोग से अब हालात नियंत्रित होने लगे हैं। उन्होंने बताया कि 05 सितम्बर को ओपीडी में 2768 मरीज देखे गए। कुल 223 मरीज भर्ती हुए और 135 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। अभी ऑनबेड मरीजों की कुल संख्या 860 है और उनका उपचार जारी है। प्राचार्य ने बताया कि मंगलवार की दो बजे तक 26 मरीजों की सर्जरी का दावा भी किया। 5 सामान्य प्रसव तथा 4 सिजेरियन प्रसव का आंकड़ा भी पेश किया। उन्होंने बताया कि 669 मरीजों की 7027 जांच और 20 मरीजों का सिटी स्कैन, 5 का एमआरआई, 266 मरीजों का एक्सरे तथा 22 मरीजो का अल्ट्रासाउन्ड कराया गया।
10 बच्चों की हुई मौत
मंगलवार अपरान्ह 2 बजे तक इमरजेन्सी में 236 मरीजों को देखने, पीडियाट्रिक वार्ड में एनआईसीयू में 17 बच्चे तथा पीआईसीयू में 32 बच्चे भर्ती किये गए हैं। प्राचार्य ने बताया गया कि आन बेड एनआईसीयू में 118 एवं पीआईसीयू में 214 बच्चे भर्ती है। 332 बच्चों में 10 बच्चों की मृत्यु हो गयी है। जेई और एईएस के नये 13 मरीज इलाज हेतु मेडिकल कालेज में भर्ती किये गये। दो बजे तक कुल मृत 10 बच्चों में से 01 बच्चें की मौत एईएस से हुई है। एईएस से मृत बच्चा जनपद महराजगंज का बताया गया।
मंगलवार अपरान्ह 2 बजे तक इमरजेन्सी में 236 मरीजों को देखने, पीडियाट्रिक वार्ड में एनआईसीयू में 17 बच्चे तथा पीआईसीयू में 32 बच्चे भर्ती किये गए हैं। प्राचार्य ने बताया गया कि आन बेड एनआईसीयू में 118 एवं पीआईसीयू में 214 बच्चे भर्ती है। 332 बच्चों में 10 बच्चों की मृत्यु हो गयी है। जेई और एईएस के नये 13 मरीज इलाज हेतु मेडिकल कालेज में भर्ती किये गये। दो बजे तक कुल मृत 10 बच्चों में से 01 बच्चें की मौत एईएस से हुई है। एईएस से मृत बच्चा जनपद महराजगंज का बताया गया।
प्राचार्य डॉ. पीके सिंह का कहना है कि डॉक्टर्स की टीम आने से मरीजों को देखने में डॉक्टर्स पर लोड कम हुआ है। मरीज को भी बेहतर देखभाल की सुविधा मिल रही जिससे स्थिति में सुधार हो रही हैं। जल्दी ही सबकुछ सामान्य हो जाएगा।
इनपुट- गोरखपुर से धीरेंद्र गोपाल की रिपोर्ट