एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया, "अभियान चलाकर जोन के 11 जिले गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच और श्रावस्ती के हर चौराहों, गलियों, मोहल्लों में सीसीटीवी लगवाया जा रहा है। इसमें उन शहरों के जनप्रतिनिधि, डॉक्टर, कोचिंग संचालक, व्यापारी से मदद ली जा रही है।
वे गोद लेकर चौराहे पर सीसीटीवी लगवा रहे हैं। हालांकि, अभियान को शुरू हुए करीब 20 दिन हो गए हैं। लेकिन अभी तक ज्यादातर लोग गोद लेने के लिए आगे नहीं आए हैं। इसलिए एडीजी ने अब गोद लेकर सीसीटीवी लगवाने वाले लोगों को सम्मान देने के लिए उनके घर पर पुलिस बैंड बजवाने के साथ ही खुद पहुंचने का फैसला किया है। ताकि उनके सम्मान को देखकर और लोग आगे आएं।
एडीजी का मानना है कि पहले लोग सीसीटीवी कैमरा नहीं लगवाते थे। अब घर और दुकान के बाहर कैमरा लगवाए जा रहे हैं। आईटीएमएस के तहत भी गोरखपुर जैसे बड़े शहर में चौराहों पर कैमरे लगे हैं। जिसकी मदद पुलिस को मिल रही है। लेकिन यह नाकाफी है। अभी भी कई गलियां, मोहल्ले, देहात के क्षेत्र सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं।
एडीजी ने बताया कि एक चौराहे को सीसीटीवी से लैश करने पर करीब 50 हजार रुपये खर्च होंगे। इस लिए शहर के व्यापारियों आदि से मदद लिया जाएगा। हालांकि पहले से भी कुछ व्यापारियों ने कुछ चौराहों को गोद लेकर कैमरे लगवाए हैं। लेकिन बैंड उनके घर पर नहीं बजेगा।यह केवल त्रिनेत्र अभियान के तहत कैमरा लगवाने वालों के घर पर बजेगा।