दरअसल, इस घटना का एक सिरा गोरखपुर में तो दूसरा महराजगंज से जुड़ा है। गोरखपुर के गुलरिहा क्षेत्र के कुछ गांवों की लड़कियां पड़ोसी जिला महराजगंज के श्यामदेउरवा के एक काॅलेज में पढ़ने जाती हैं। हाईस्कूल में पढ़ने वाली ये छात्राएं शोहदों से परेशान थीं। वैसे दावा के अनुसार तो पूरे प्रदेश में एंटी-रोमियो दस्ता मुस्तैदी से गश्त करता है लेकिन मिस्टर इंडिया की तरह किसी को दस्ता दिखता नहीं। बताया जा रहा है कि छात्राएं काॅलेज के बाद महराजगंज में ही कोचिंग करती थी। देर शाम को वह घर लौटती। बुधवार की शाम छात्राओं में से किसी की साइकिल में कुछ खराबी आई थी तो वे एक साइकिल की दुकान पर गई थीं। शोहदे वहां भी पहुंच गए। उन पर फब्तियां कसने लगे। लेकिन छात्राओं ने कुछ जवाब नहीं दिया। छात्राएं बताती हैं कि शोहदों ने हद करते हुए उनकी साइकिलों पर अपने मोबाइल नंबर चिपका दिए। आए दिन वे लोग उनसे छेड़छाड़ करतेे थे।
छात्राएं बताती हैं कि बुधवार को जब वे लोग घर लौट रहीं थी तो उन लोगों ने हद पार करने की कोशिश की। लौटते समय चिलबिलवा गांव के पास छह-सात की संख्या में खड़े शोहदे उनसे छेड़छाड़ करने लगे। छात्राओं ने पहले तो उनसे बचकर निकलने की कोशिश की लेकिन वे लोग अश्लीलता पर उतर आए। आसपास कोई मददगार भी नहीं सामने आ रहा था। ऐसे में छात्राओं ने साहस दिखाते हुए खुद भिड़ने की ठान ली। ये ‘मर्दानियां’ शोहदों से भिड़ गई। उनकी धुनाई करने लगी। शोहदे भी कई बार उन पर हावी होने की कोशिश किए लेकिन नाकाम रहे। उधर, लड़कियों की साहस देख गांव के कुछ लोग भी पहुंचे। वे लोग बच्चियों की मदद करते हुए शोहदों को पकड़ने के लिए दौड़े। चार तो भाग निकले लेकिन दो पकड़े गए। लोगों ने दोनों की धुनाई करने के बाद पुलिस को सौंप दी।