शासन को भेजे गए प्रस्ताव में लिखा था कि गोरखपुर जिले में रेडीमेड गारमेंट्स की अपार संभावनाएं हैं। फिलहाल यहां के करीब ढाई से तीन हजार लोग इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। यहां का रेडिमेड गारमेंट्स विभिन्न देशों में भी निर्यात किया जाता हैं। अब प्रदेश सरकार के विशेष सचिव प्रदीप कुमार ने इस संबंध में आयुक्त एवं निदेशक उद्योग ओडीओपी प्रकोष्ठ को पत्र जारी कर दिया है।
चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल ने प्रदेश सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रेडीमेड गारमेंट्स सेक्टर में हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस कारोबार से रसूलपुर, पिपरापुर, गोरखनाथ, जाहिदाबाद, बरगदवां आदि इलाके के तकरीबन दो हजार उद्यमी रेडीमेड गारमेंट के कारोबार जुड़े हैं। सालाना करोड़ों मीटर कपड़ा तैयार होता है। कुशल मजदूर भी हैं। अभी इस उद्योग से कम से कम 15 हजार लोग जुड़े हैं। आने वाले समय में यह संख्या ज्यादा बड़ी होगी।
रेडीमेड उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
ओडीओपी के रूप में मंजूरी मिलने के बाद सरकार की ओर से कई तरह की सुविधाएं मिलने लगेंगी। वहीं गीडा क्षेत्र में औद्योगिक गलियारे के तहत 100 एकड़ में टेक्सटाइल पार्क का निर्माण किया जाना है। टेक्सटाइल पार्क बनने से रेडीमेड उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। गीडा भी क्लस्टर बनाकर इस उद्योग को बढ़ावा देने की तैयारी कर रहा है।