वनटांगिया गांव में शुरू हुआ प्रशिक्षण, बेकार चीजों से बनाना सीखा रहे उपयोगी सामान
गोरखपुर के वनटांगिया गांव में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए तीन दिवसीय हस्तशिल्प कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला के माध्यम से गांव की महिलाओं, युवतियों व बच्चों को हस्तशिल्प का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षक वंदना वर्मा ने बताया कि घर में बेकार पड़ी चीजों से साज सज्जा के सामान कैसे बनाये जाए इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बेकार सामानों से झूमर, वंदनबार, पेन स्टैंड, सजावट के अन्य सामान बनाये जा सकते हैं। घर में पड़ी साड़ी, दुपट्टे से भी सजावट के तमाम सामान बनाये जा सकते हैं। बताया कि घर के अंदर बहार तमाम ऐसे सामान मिल जाते हैं जो बिना उपयोग के फेंके रहते हैं। इन सामानों को बेहतर ढंग से उपयोग में लाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण में खूब लोग आ रहे, सीख रहे व सराह रहे। इस दौरान अंकित मिश्र, प्रीती चौहान, भारती व आशा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
गोरखपुर के वनटांगिया गांव में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए तीन दिवसीय हस्तशिल्प कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला के माध्यम से गांव की महिलाओं, युवतियों व बच्चों को हस्तशिल्प का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षक वंदना वर्मा ने बताया कि घर में बेकार पड़ी चीजों से साज सज्जा के सामान कैसे बनाये जाए इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बेकार सामानों से झूमर, वंदनबार, पेन स्टैंड, सजावट के अन्य सामान बनाये जा सकते हैं। घर में पड़ी साड़ी, दुपट्टे से भी सजावट के तमाम सामान बनाये जा सकते हैं। बताया कि घर के अंदर बहार तमाम ऐसे सामान मिल जाते हैं जो बिना उपयोग के फेंके रहते हैं। इन सामानों को बेहतर ढंग से उपयोग में लाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण में खूब लोग आ रहे, सीख रहे व सराह रहे। इस दौरान अंकित मिश्र, प्रीती चौहान, भारती व आशा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।