गोरखपुर विश्वविद्यालय के कला संकाय के 30 कक्ष में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। उसी दिन से मतदान कार्मिक, मतपत्रों के जरिए वोट भी डाल सकेंगे। एक दिन में दोनों पाली मिलाकर 2400 कर्मियों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया है। सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए जा रहे हैं। मतदान कार्मिकों का विधानसभावार रैंडमाइजेशन किया जा चुका है।
सभी के लिए विधानसभा निर्धारित हो चुकी है। मतदान कार्मिकों के वाहन, कला संकाय के सामने क्रीड़ांगन में खड़े किए जाएंगे। 20 से 28 फरवरी तक प्रतिदिन चलने वाले प्रशिक्षण में हर पाली में 1200 कर्मियों को बुलाया जा रहा है। इस बार पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम, मतदान अधिकारी द्वितीय एवं मतदान अधिकारी तृतीय को बुलाया गया है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन जिसे सामान्य बोलचाल की भाषा में ईवीएम (EVM) भी कहा जाता है।इलेक्ट्रॉनिक साधनों का प्रयोग करते हुए वोट डालने या वोटों की गिनती करने के कार्य को करने में सहायता करती है। ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को दो यूनिटों से तैयार किया गया है। पहला कंट्रोल यूनिट और दूसरा बैलट यूनिट। इन यूनिटों को केबल से एक दूसरे से जोड़ा जाता है। ईवीएम की कंट्रोल यूनिट पीठासीन अधिकारी या मतदान अधिकारी के पास रखी जाती है।