Read this also: फर्जी असलहा लाइसेंस प्रकरण में पूर्व असलहा बाबू और सपा नेता गिरफ्तार एसआईटी ने 12 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण (Fake arms license case) की जांच एसआईटी (SIT) कर रही है। एसआईटी प्रभारी सीओ कैंट रोहन प्रमोद बोत्रे व उनकी टीम ने खोराबार थानाक्षेत्र के 12 शस्त्र लाइसेंसधारियों को जांच के लिए शुक्रवार को बुलाया था। इसमें कुई बाजार के विनोद, भैंसहा भरटोलिया के छविलाल, जर्दा टोला के जगदीश शुक्ल, रमलखना के रहने वाले आबकारी सिपाही विजय प्रताप सिंह, रमलखना के रामचंदर, जंगल चंवरी के रामनिवास यादव, शेखपुरवा के महताब अहमद, कुसम्ही कोठी के इनुअल हक, जंगल सिकरी के मोहम्मद बिन कासिम, छपरा के रामहित यादव, नौवा अव्वल के रामनयन और मिर्जापुर के रामअशीष निषाद शामिल थे। एसआईटी ने इन संदिग्ध लाइसेंसधारियों को बुलाकर पूछताछ किया और जब जिलाधिकारी के रिकार्ड से मिलान कराया तो पता लगा कि सभी के सभी लाइसेंस फर्जी हैं। पूछताछ व जांच के बाद सभी 12 लोगों को गिरफ्तार करने केसाथ लाइसेंस बुकलेट को जब्त कर लिया गया।
एसआईटी के अनुसार इन सभी के फर्जी लाइसेंस के लिए साल 1991 से 2001 के बीच के दस्तावेजों में हेरफेर किया गया था।
Read this also: जिले में साढ़े तीन हजार असलहा लाइसेंस होंगे निरस्त, 250 पर होगा एफआईआर अबतक दो दर्जन लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी गोरखपुर में फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले (24 arrested in fake arms license case in Gorakhpur) में अबतक 24 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें डीएम कार्यालय के पूर्व असलहा बाबू रामसिंह, अशोक गुप्ता, विजय प्रकाश श्रीवास्तव, कथित सपा नेता मोहम्मद आजम, गन हाउस के संचालक रवि पांडेय, प्रापर्टी डीलर विजय प्रताप, शमशाद, गोपी, प्रणय प्रताप, तनवीर, अजय गिरी और विकास तिवारी की गिरफ्तारी पहले ही जांच ज्यों-ज्यों आगे बढ़ी त्यों-त्यों होती गई। शुक्रवार को एक साथ 12 लोगों की गिरफ्तारी हुई।