संतकबीरनगर जिले के छपरा पूर्वी गांव से करीब 18 लोग मजदूरी करने के लिए सरयू नदी के उस पास माझा क्षेत्र के रामपुर बाग गांव में जा रहे थे। खेतों में काम करने वाले ये मजदूर एक नदी पर सवार होकर नदी पार कर रहे थे। नदी की बीच धारा में जब नाव पहुंची तो तेज धारा की वजह से अनियंत्रित हो गई। देखते ही देखते नाव पलट गई। नाव पलटने से डूब रहे लोगों में चीख पुकार मच गई। आसपास के लोग भी दौड़े पहुंचे। लोग बचाव कार्य शुरू किए। गांववालों की तत्परता से 14 लोग तो सकुशल निकाल लिए गए लेकिन चार महिलाएं नदी की धारा में बह गई। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचित किया। बड़े हादसे की सूचना पर पुलिस व प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंच गया। हजारों की संख्या में लोग एकत्र हो गए। गोताखोंरों को बुलाकर चारो लापता महिलाओं की खोजबीन प्रारंभ हुई। लेकिन उनका पता नहीं चल सका था।
उधर, नदी में डूबने से बचाई गई रेशमा की हालत बेहद गंभीर है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि छपरा पूर्वी गांव की माया पत्नी बालेन्द्र (28), रोमा देवी पत्नी सत्यपाल (27), कविता पुत्री रामनयन (16) व बालमपुर गांव की रेखा पुत्री रेखा (20) लापता है। स्थानीय गोताखोरों व ग्रामीणों की मदद से तलाश की जा रही है। एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई है।
घटनास्थल पर डीएम, एसपी, प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के अलावा सपा नेता केडी यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष गोहर अली खान सहित विभिन्न दलों के नेतागण पहुंचकर लोगों को सांत्वना दे रहे थे।
एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि छपरा पूर्वी गांव की माया पत्नी बालेन्द्र (28), रोमा देवी पत्नी सत्यपाल (27), कविता पुत्री रामनयन (16) व बालमपुर गांव की रेखा पुत्री रेखा (20) लापता है। स्थानीय गोताखोरों व ग्रामीणों की मदद से तलाश की जा रही है। एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई है।
घटनास्थल पर डीएम, एसपी, प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के अलावा सपा नेता केडी यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष गोहर अली खान सहित विभिन्न दलों के नेतागण पहुंचकर लोगों को सांत्वना दे रहे थे।