विधायक की सक्रियता ने बेचैन कर दिया नगर निगम व जीडीए के अधिकारियों को, आनन फानन में होने लगी सफाई
वर्षाें से होती रही मुख्यमंत्री के शहर के नालों की कागजों में सफाई, हल्की बारिश में हो जाता है पटना जैसा हाल
नालों की सफाई का हाल देखने यूपी का यह विधायक उतर गया नाले में, अधिकारियों के हाथ पांव फूले
हल्की बारिश में जलमग्न हो जाने वाली सीएम सिटी की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार कम दोषी नहीं है। अधिकारियों की उदासीनता और कागजी कोरमपूर्ति से सालों से तमाम नालों की सफाई तक नहीं हो सकी है। कई नाले तो जीडीए की कृपा से अतिक्रमित होने के बाद उस पर मकान बन चुके हैं। सोमवार को नगर विधायक डाॅ.आरएमडी अग्रवाल ने शहर की व्यवस्था को दुरुस्त करने की सुध ली तो अधिकारियों के हाथपांव फूल गए। मौके पर तमाम अधिकारी पहुंच कर नगर विधायक को बरगलाने की भी कोशिश की लेकिन पोल खुलता देख नगर निगम व जीडीए ने आनन फानन में काम करना शुरू कर दिया। विधायक के सामने ही वर्षाें से सफाई की बाट जोह रहे नाले की सफाई हुई। सफाई के बाद विधायक डाॅ.अग्र्रवाल ने चेताया कि पूरे निगम क्षेत्र में नालों की सफाई व्यवस्था दुरूस्त होनी चाहिए।
Read this also: योगी सरकार की बड़ी कार्रवार्इ, डीएम समेत पांच अधिकारियों को किया सस्पेंड पटना से जुदा हालात गोरखपुर के भी नहीं है। हल्की बारिश के बाद ही शहर के तमाम रास्ते बंद हो जाते हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को इस वीवीआईपी शहर पर भी तरस नहीं आ रही है। आलम यह कि शहर क्षेत्र के तमाम मुख्य नाले वर्षाें से साफ नहीं हो सके। नालों पर बेपरवाह होकर अतिक्रमण किया जा रहा है लेकिन देखने वाले न जाने किन वजहों से सब अनदेखी कर रहे। शुक्रवार को नगर विधायक डाॅ.आरएमडी अग्रवाल शहर के मुख्य नालों का जायजा लेने निकले। एक मुख्य नाले पर पहुंचे नगर विधायक ने उसकी दुर्दशा देख संबंधित अधिकारी को फोन मिला दी।
Read this also: मनकक्ष दूर करेगा आत्महत्या के विचार, मोबाइल की लत से भी मिलेगा छुटकारा अधिकारी अपनी टीम के साथ तत्काल हाजिर हुए। विधायक के पास पहुंचे नगर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.मुकेश रस्तोगी ने समझाना शुरू किया कि नाले की सफाई की गई है। वह अपने तर्क से विधायक को बहलाने में नाकाम रहे। नगर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के बातों का जवाब देते हुए विधायक डाॅ.अग्रवाल ने नाले के पास उनको ले जाकर हकीकत से रूबरू कराया और कागजी सफाई से बाज आने का आदेश दिया। देखते ही देखते वहां काफी लोग एकत्र हो गए। नाले में आखिरी बार कौन सफाईकर्मी कब उतर कर सफाई किया है इसका जवाब जब विधायक ने लेना चाहा तो सब एक दूसरे का मुंह देखने लगे। इसके बाद विधायक ने कहा कि जबतक नाले की सफाई नहीं होती वह यहीं रहेंगे। फिर क्या था अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में सफाई होने लगी। उधर, जीडीए के लोगों को जब मालूम हुआ तो वे लोग भी टीम के साथ पहुंच गए। नालों पर हुए अतिक्रमण ढहाने व हटवाने लगे। फिर नालों की सफाई प्रारंभ हुई। नगर विधायक डाॅ.राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर नालों की सफाई व्यवस्था दुरूस्त हो जानी चाहिए नहीं तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।