पत्रिका से बातचीत करते हुए बसपा के पूर्व नेता श्रवण कुमार निराला ने बताया कि पार्टी में 22 साल से सेवा करता रहा हूं। दस साल तक जोनल कोआर्डिनेटर रहा। बीते दिनों पार्टी ने बांसगांव विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया था। लगातार क्षेत्र में बना रहा लेकिन आज मंडलीय बैठक में अचानक से जोनल कोआर्डिनेटर ने बताया कि वह प्रत्याशी नहीं होंगे। निराला ने बताया कि लगातार क्षेत्र में बने रहने के बाद भी उनकी जगह दूसरे को प्रत्याशी बनाए जाने की वजह से उनको पार्टी में रहने का कोई अधिकार नहीं। निराला ने दावा किया कि वह बांसगांव विधानसभा से जरूर चुनाव लड़ें।
बसपा जिलाध्यक्ष बोले पार्टी विरोधी काम कर रहे थे इसलिए बाहर का रास्ता दिखाया गया पत्रिका से बातचीत करते हुए बसपा गोरखपुर के जिलाध्यक्ष घनश्याम राही ने बताया कि श्रवण कुमार निराला को पार्टी से निकाल दिया गया है। पार्टी हाईकमान के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है। निष्कासन के बाद अब वह कह रहे हैं कि पार्टी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि वह पार्टी विरोधी गतिविधियों में लगातार शामिल रहे हैं इसलिए कार्रवाई की गई है।
कौन हैं श्रवण निराला बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जोनल कोआर्डिनेट श्रवण कुमार निराला गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रनेता रहे हैं। दो बार अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुके निराला अंबेडकरवादी विचारधारा से छात्र जीवन से जुड़े रहे। छात्र राजनीति से मुख्य राजनीति की शुरूआत बसपा से की। बसपा में विभिन्न पदों पर रह चुके श्रवण कुमार निराला 2008 में जोनल कोआर्डिनेटर बनाए गए। आजमगढ़, अयोध्या, देवीपाटन मंडल के जोनल कोआर्डिनेटर रह चुके निराला गोरखपुर मंडल में भी 2017 तक जोनल कोआर्डिनेटर रह चुके हैं। दो सालों से वह बांसगांव विधानसभा में प्रभारी/प्रत्याशी के रूप में लगातार सक्रिय थे।