गोरखपुर. पीएम का नोटबंदी को लेकर किए गए वादे का असर अभी गांव में नहीं देखने को मिल रहा। वहां एटीएम में भी अभी कोई सुधार नहीं हुआ है। आज पीएम के फैसले को 45 दिन हो गए। इस दौर में हर आम और खास रुपए के लिए परेशान है। बैंक और एटीएम पर भी लंबी-लंबी कतार में लगने के बाद भी बहुत से लोगों को रुपए नहीं मिल पा रहे हैं। जिनके परिजन अस्पतालों में भर्ती हैं, उनके सामने यह दिक्कत है कि वे पैसे के लिए लाइन में लगे या फिर मरीज की सेवा करे। ऐसे में अगर कोई मसीहा बनकर आ जाए और चंद मिनटों में रुपए मिल जाए, तो स्वाभाविक है कि मरीज और उनके तीमारदारों के चेहरे खिल उठेंगे।
गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। जब कुछ व्यापारी और समाजसेवी मोबाइल स्वैप मशीन लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने तीमारदारों से अपील किया कि यदि उन्हें रुपए की जरूरत है तो वे उनके पास मौजूद स्वाइप मशीन से अपने एटीएम कार्ड के जरिए उनसे नकद रुपए ले सकते हैं। इतना सुनते ही उनके आस-पास तीमारदारों की भीड़ लग गई और वे हाथों में अपना-अपना डेबिट कार्ड लेकर पहुंच गए। किसी ने 1000 तो किसी ने 2000 हजार निकाला और पैसा हाथ में मिलते ही लोगों के चेहरे खिल उठे।