Read this also: शहर के भैरोपुर के रहने वाले राधेश्याम पासवान एनई रेलवे में अकाउंट सेक्शन में कैशियर हैं। पहली पत्नी की मौत के बाद साल 1999 में राधेश्याम पासवान ने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद वह अपनी दूसरी पत्नी के साथ रेलवे के डेयरी काॅलोनी में रहने लगे। पहली पत्नी के बेटे रंजीत, संजीव व बेटी सन्नो भैरोपुर में ही रहते थे। रंजीत व संजीव अपने निजी मकान में ही एक मेडिकल स्टोर संचालित करते थे।
बताया जा रहा है कि रंजीत व संजीव को उसके पिता ने अपने हिस्से की जमीन न देकर पट्टीदार रंभू प्रसाद को बेच दी थी। इसको लेकर घर में विवाद था। इस मामले में राधेश्याम के खिलाफ केस किया था। रंजीत ही केस की पैरवी करता था।
बताया जा रहा है कि रंजीत व संजीव को उसके पिता ने अपने हिस्से की जमीन न देकर पट्टीदार रंभू प्रसाद को बेच दी थी। इसको लेकर घर में विवाद था। इस मामले में राधेश्याम के खिलाफ केस किया था। रंजीत ही केस की पैरवी करता था।
Read this also: 40 हत्याएं कर चुका यह अपराधी बना चुका है अपराध का शतक, जेल अधिकारी भी खाते हैं खौफ इससे बुधवार को जब दोनोें भाई घर में सो रहे थे कि करीब ढाई बजे रात में कुछ बदमाश चारदीवारी फांदकर घर में दाखिल हुए। रंजीत के सिर पर तमंचा सटाकर गोली मार दी। आवाज सुनकर छोटा भाई संजीव जाग गया। उसने शोर मचाया। आसपास के लोग एकत्र हुए तबतक बदमाश भाग चुके थे। आनन फानन में रंजीत को मेडिकल काॅलेज पहुंचाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे केजीएमयू रेफर कर दिया गया। शुक्रवार की भोर में रंजीत ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
उधर, पुलिस ने छोटे भाई संजीव की तहरीर पर पिता राधेश्याम, चाचा रंभू प्रसाद व बुआ के बेटे राजकुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है।
उधर, पुलिस ने छोटे भाई संजीव की तहरीर पर पिता राधेश्याम, चाचा रंभू प्रसाद व बुआ के बेटे राजकुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है।