दरअसल, बस्ती में तैनात रहे लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आलोक रमन पर 439534606 रुपये के गम्भीर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा था। इस पूरे प्रकरण की जांच शासन ने कराई थी। शासन के निर्देश पर हुए जांच में आरोपों को पूर्णतः सिद्ध पाया गया है। जांच अधिकारी की आख्या के बाद शासन ने माना कि आरोपी अधिकारी द्वारा व्यवस्थाओं के विपरीत कार्य कर गम्भीर वित्तीय अनियमितता की गयी है । जांच में आरोपों को देखते हुए आलोक रमन, तत्कालीन अधिशासी अभियन्ता , प्रान्तीय खण्ड, लोनिवि, बस्ती द्वारा की गयी लगभग 43 . 95 करोड़ रुपये की गम्भीर वित्तीय अनियमितता एवं शासकीय क्षति के लिए उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक ( अनुशासन एवं अपील ) नियमावली – 1999 ( प / य ) के तहत कार्रवाई की गई है। इसके अंतर्गत आरोपी अधिकारी को बर्खास्त करने के साथ शासकीय धन को वसूलने की भी कार्रवाई की गई है।