scriptगोरखपुर के इस झील में लीजिए बोटिंग का मजा, जल्द ही वाॅटर स्पोर्टस् का लुत्फ भी | CM Yogi given gift of water sports and boating to gorakhpurites | Patrika News

गोरखपुर के इस झील में लीजिए बोटिंग का मजा, जल्द ही वाॅटर स्पोर्टस् का लुत्फ भी

locationगोरखपुरPublished: May 21, 2018 03:50:48 am

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया वाॅटर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स निर्माण का शिलान्यास

ramgarh tal

गोरखपुर के इस झील में लीजिए बोटिंग का मजा, जल्द ही वाॅटर स्पोर्टस् का लुत्फ भी

गोरखपुर। रामगढ़ताल को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित कर इंटरनेशनल टूरिस्ट प्लेस बनाने की कवायद शुरू है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामगढ़ताल पर चालीस करोड़ की लागत से बनने वाले वाटर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का शिलान्यास किया। सीएम ने रामगढ़ताल के वोट जेटी के हुए जीर्णाेद्धार का भी लोकार्पण किया। ताल पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने वोटिंग की लुत्फ भी उठाई।
उन्होंने कहा कि पर्यटन जहां एक ओर रोजगार देता है, वही स्थानीय स्तर पर लोगो का जीवन स्तर भी उपर उठाता है। 30 वर्ष पूर्व से ही रामगढ़ताल को विकसित करने की परियोजनाएं तैयार की गयी परन्तु वे मूर्त रूप नही ले सकी। 2010 में राष्ट्रीय झील संरक्षण योजनान्तर्गत भारत सरकार ने इसके विकास के लिए धन दिया परन्तु तत्कालीन प्रदेश सरकार ने इसमें कोई रूचि नही लिया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर ही नही पूरा पूर्वांचल वर्षों तक उपेक्षित रहा और विकास की राह देखता रहा।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर को अन्र्तराष्ट्रीय मानचित्र पर लाने के लिए रामगढ़ताल तथा बौद्ध परिपथ केन्द्र के केेन्द्र बिन्दु के रूप में इसका विकास किया जायेगा।
40 करोड़ की लागत से बनने वाले वाटर स्पोर्टस काम्पलेक्स का शिलान्यास एवं लगभग 7 करोड़ की लागत से निर्मित रामगढ़ताल वोट जेटी का जीर्णोद्धार का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि 22.07.16 को मा0 प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में नये खाद कारखाना तथा एम्स का शिलान्यास किया था। प्रदेश सरकार ने इस बीच 40 करोड़ की लागत से बहुप्रतीक्षित प्रेक्षागृह का निर्माण शुरू कराया है। रामगढ़ताल के पास ही प्रर्दशनी स्थल विकसित किया जायेगा, जहां संास्कृतिक आध्यात्मिक, औद्योगिक गतिबिधियो ंको बढ़ावा मिलेगा। वर्ष के अन्त तक चिड़ियाघर भी तैयार हो जायेगा। जो प्रदेश का तीसरा चिड़ियाघर होगा।
water sports complex
बौद्ध परिपथ का केंद्र बनेगा गोरखपुर

उन्होंने कहा कि बौद्ध पर्यटन की दृष्टि से गोरखपुर से बुद्ध का जन्म स्थान लुम्बिनी 90 किमी, परिनिर्वाण स्थल कुशीनगर 60 किमी तथा सारनाथ 200 किमी है। इस बौद्ध परिपथ का निर्माण करके हम बौद्ध धर्म को मानने वाले पर्यटको को हम आकर्षित कर सकते है। इसके अलावा बाबा गोरखनाथ तपो भूमि, गीताप्रेस भी गोरखपुर की पहचान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नही हो सकता इसके लिए सभी को सोचना एवं कार्य करने की आवश्यकता है। परियोजनाओ के शिलान्यास एवं लोकार्पण के बाद आवश्यकता है कि लोग इससे जुड़े। उन्होंने कहा कि अगले माह प्रधानमंत्री पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेगे, जिससे अयोध्या, गोरखपुर, बलिया, इलाहाबाद को जुड़ा जायेगा।
समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पर्यटन का बजट 60 करोड़ से बढ़ाकर 600 करोड़ कर दिया है। इससे शीघ्र ही पूरा प्रदेश अन्र्तराष्ट्रीय मानचित्र पर आ जायेगा।
प्रदेश के पर्यटन महानिदेशक एवं प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने सभी का स्वागत किया तथा आश्वस्त किया कि रामगढ़ताल नौकायन एवं जेटी का पूरा काम 10 माह में पूरा कर लेंगे। उन्होंने बताया कि नयी पर्यटन नीति में वेलनेस सेन्टर योगा सेन्टर संचालित करने तथा एडवेन्चर्स स्पोर्टस एवं बैलूनिंग करने का स्पोर्ट चलाने पर 15 से 20 प्रतिशत तक अनुदान दिया जायेगा।
समारोह को विधायक डाॅ. राधा मोहन दास अग्रवाल, महापौर सीताराम जायसवाल, विपिन सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर सांसद कमलेश पासवान विधायक संगीता यादव, फतेह बहादुर सिंह, महेन्द्र पाल सिंह, आयुक्त अनिल कुमार, आईजी नीलाब्जा चैधरी एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि गण उपस्थित रहे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो