जनता दरबार में कई ऐसे मामले आए थे जो थाने स्तर पर ही उनका समाधान हो जाना चाहिए था।बकरी मारने की शिकायत से लेकर नौकरी मांगने तक की शिकायत सीएम तक पहुंची।सीएम ने अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इन छोटे- छोटे मामलों का निस्तारण अगर जिले स्तर पर होता तो यह लोग इतनी दूर से यहां नहीं आते।
दिव्यांग से सीएम ने कहा-
बलिया के रहने वाले दिव्यांग अभयराज भी मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे।उनसे मुख्यमंत्री ने पूछा कि समस्या क्या है? तो उन्होंने कहा कि महाराज जी...मैं बेहद गरीब हूं। दोनों पैरों से दिव्यांग हूं और बेरोजगार हूं। परिवार में कोई अन्य आय का साधन भी नहीं है। मैंने इंटरमीडिएट और IIT ड्राफ्टमैन सिविल से किया है। मुझे नौकरी की बेहद जरूरत है।कृपया मेरे लिए कोई नौकरी की व्यवस्था की जाए। इस पर सीएम ने कहा कि जो भी भर्तियां निकल रही हैं, उनमें दिव्यांग कोटा होता है। सभी भर्तियों में दिव्यांगों को प्राथमिकता दी जाती है। आप फार्म भरिए, नौकरी जरूर मिलेगी।
बलिया के रहने वाले दिव्यांग अभयराज भी मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे।उनसे मुख्यमंत्री ने पूछा कि समस्या क्या है? तो उन्होंने कहा कि महाराज जी...मैं बेहद गरीब हूं। दोनों पैरों से दिव्यांग हूं और बेरोजगार हूं। परिवार में कोई अन्य आय का साधन भी नहीं है। मैंने इंटरमीडिएट और IIT ड्राफ्टमैन सिविल से किया है। मुझे नौकरी की बेहद जरूरत है।कृपया मेरे लिए कोई नौकरी की व्यवस्था की जाए। इस पर सीएम ने कहा कि जो भी भर्तियां निकल रही हैं, उनमें दिव्यांग कोटा होता है। सभी भर्तियों में दिव्यांगों को प्राथमिकता दी जाती है। आप फार्म भरिए, नौकरी जरूर मिलेगी।
इस तरह किसी के जमीन के तो किसी के चोरी के बहुत सारे मामले सीएम के सामने आए और सभी के निस्तारण का उन्होंने भरोसा दिलाया। साथ ही वहां मौजूद अधिकारियों को फटकार भी लगाई कि ऐसे छोटे- छोटे मामले अगर थानों पर निपटाए जाते तो यह लोग यहां नहीं आते।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर बार की तरह सोमवार की सुबह सबसे पहले गुरु गोरखनाथ के दर्जन पूजन किए एंव अपने गुरु ब्रम्ह्लीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेका। इसके बाद मंदिर परिसर का भ्रमण किया।भ्रमण के दौरान गोशाला पहुंचे जहां गायों को गुड़ खिलाया और गो-सेवकों से संवाद कर गर्मियों में गा यों की देखभाल की जानकारी ली, जरूरी सलाह भी दी। उसके बाद वापसी में अपने श्वान कालू और गुल्लू से भी मिले।