सीएम योगी ने जिलाधिकारी विजय किरन आनंद और जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह को निर्देशित किया कि इन बच्चों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। 441 बच्चों को मिला लाभ
पीएम केयर्स योजना का लाभ प्रदेश के कुल 441 बच्चों को मिला है जिनमें गोरखपुर के 11 बच्चे भी शामिल हैं। गोरखपुर से पात्र 11 बच्चों में दो लड़कियां और 9 लड़के हैं। इन 11 बच्चों में से 3 की उम्र 18 वर्ष या इससे अधिक है, जबकि 8 बच्चे 18 साल से कम उम्र के हैं। जिन बच्चों की उम्र 18 साल या इससे अधिक है, उन्हें इस योजना के तहत 10 लाख रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है।
जबकि 18 साल से कम उम्र वाले पात्र बच्चों को पात्रता के अनुसार 4 लाख से लेकर 9 लाख रुपये उपलब्ध कराए गए। पीएम केयर्स योजना की धनराशि पोस्ट ऑफिस में डीएम की गार्जियनशिप में खोले गए खातों में भेजी गई। 18 साल से कम उम्र वाले पात्र बच्चों के 18 साल के होने तक धनराशि फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में जमा रहेगी जो उनके 18 साल के होने पर बढ़कर 10 लाख रुपये हो जाएगी। 18 से 23 साल की उम्र तक उन्हें 10 लाख रुपये पर प्रतिमाह 5500 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे।
23 साल की उम्र पूरी होने पर 10 लाख रुपये निकाले जा सकेंगे। पीएम केयर्स योजना में पात्र बच्चों को 5 लाख रुपये निशुल्क इलाज की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान कार्ड भी उपलब्ध कराया गया है। साथ ही जो बच्चे कक्षा 1 से 12 तक में पढ़ रहे हैं, उनको पढ़ाई के लिए 20000 रुपये की वार्षिक छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। पात्र बच्चों को केंद्र सरकार के आवासीय विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था कराई जाएगी।
योगी सरकार कोरोना काल में अपने माता पिता दोनों या किसी एक को खोने वाले प्रदेश के 16260 तथा गोरखपुर जनपद के 714 बच्चों का सहारा बनी है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत प्रदेश के 11049 और गोरखपुर के 575 ऐसे बच्चों को प्रतिमाह चार 4000 रुपये दिए जा रहे हैं। जिनके माता पिता दोनों, या किसी एक की मृत्यु कोरोना के कारण हुई।