अत्याधुनिक कोबास मशीनों से लैस होगी लैब
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बनने वाली बायो सेफ्टी लैब लेवल थ्री लैब एडवांस लेवल की कोबास मशीनों से लैस होगी। लैब में कोरोना, इंसेफेलाइटिस, चिकनगुनिया जैसी बीमारी की जांच हो सकेगी। बीएसएल थ्री लैब और कोबास मशीनों के मिल जाने के बाद मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग की टीम लैब में कोरोना सहित अन्य गंभीर बीमारियों की जांच असानी से कर सकेगी।
कैसा होगा बीएसएल थ्री लैब
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तैयार होने वाली बायो सेफ्टी लेवल थ्री लैब पूरी तरह से एडवांस होगी। लैब में संक्रमण का खतरा नहीं होगा। क्योंकि इसमें हवा फ़िल्टर होकर अंदर जाएगी और इसी तरह फ़िल्टर होकर ही बाहर निकलेगी। क्योंकि ये हवाएं एक-दूसरे के संपर्क में नहीं आती इसलिए इससे इन्फेक्शन का खतरा नहीं रहता। यही नहीं इसमें हर जांच के लिए पूरी तरह से एयर प्रूफ अलग-अलग क्यूब बने होते हैं। इसी के ज़रिये लैब में जांच होती है। विशेष पीपीई किट, गलब्स, फेस मास्क पहनकर ही लैब में जांच की जाती है। इससे लैब में संक्रमण का डर भी नहीं रहता।
अभी सिर्फ केजीएमयू और पीजीआई में हैं ऐसा लैब
बीएसएल थ्री लैब तैयार हो जाने के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज लैब के मामले में लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज और पीजीआई में ही ऐसा लैब है। अब इसमें बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर का नाम भी जुड़ जाएगा। पूर्वांचल में यह अपनी तरह का अकेला लैब होगा।
जांच में आएगी तेज़ी, बीमारियों पर हो सकेगा शोध
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गणेश कुमार का कहना है कि एडवांस लेवल की बीएसएल थ्री लैब बनने के बाद कोरोना सहित अन्य बीमारियों की जांच में तेजी आएगी। साथ ही विशेषज्ञ बीमारियों पर शोध भी कर सकेंगे।