सुबह से ही विवि कैंपस था अशांत
गोविवि में दो दिन बाद छात्रसंघ चुनाव के लिए वोट पड़ने हैं। मंगलवार को छात्रनेता अपने अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे थे। बताया जा रहा है कि लाॅ फेकल्टी में क्लासेस चल रहे थे। उसी दौरान एबीवीपी प्रत्याशी रंजीत सिंह श्रीनेत के समर्थक प्रचार करने पहुंचे। क्लास ले रहे विवि के एक शिक्षक ने छात्रों को शोर-शराबा करने से मना करते हुए बाद में प्रचार करने की बात कही। आरोप है कि छात्रों का गुट वादविवाद पर उतर आया। कहासुनी होते होते मामला बिगड़ गया। एबीवीपी के छात्रों ने शिक्षकों के साथ दुव्र्यवहार करना शुरू कर दिया। इसी बीच लाॅ के छात्र व अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अनिल दुबे के समर्थक मौके पर आकर प्रतिरोध करने लगे। दोनों पक्ष देखते ही देखते एक दूसरे से भिड़ गए। जोरदार मारपीट शुरू हो गई। पूरा कैंपस अराजकता के हवाले हो गया। गाड़ियां तोड़ी जाने लगी। दोनों छात्रसमूह एक दूसरे को दौड़ा-दौड़ाकर मारने पीटने लगे।
देखते ही देखते कैंपस और कैंपस के बाहर बवाल शुरू हो गया। छात्र जुटने लगे।
विवि में अचानक शुरू हुए बवाल से पुलिस हरकत में आ गई। मामला नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद छात्र तितर बितर हुए।
पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में ले लिया है। खबर लिखे जाने तक छात्रों को कैंट थाने में बैठाया गया था। इस विवाद के बाद विवि और आसपास भारी मात्रा में फोर्स तैनात कर दिया गया है। विवि में सभी कक्षाओं को चुनाव तक स्थगित कर दिया गया है।
उधर, छात्रसंघ में बढ़ी अराजकता और शिक्षकों के साथ दुव्र्यवहार से आहत विवि शिक्षक संघ ने चुनाव में किसी प्रकार का असहयोग न करने का निर्णय लिया था।
गोविवि में दो दिन बाद छात्रसंघ चुनाव के लिए वोट पड़ने हैं। मंगलवार को छात्रनेता अपने अपने प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे थे। बताया जा रहा है कि लाॅ फेकल्टी में क्लासेस चल रहे थे। उसी दौरान एबीवीपी प्रत्याशी रंजीत सिंह श्रीनेत के समर्थक प्रचार करने पहुंचे। क्लास ले रहे विवि के एक शिक्षक ने छात्रों को शोर-शराबा करने से मना करते हुए बाद में प्रचार करने की बात कही। आरोप है कि छात्रों का गुट वादविवाद पर उतर आया। कहासुनी होते होते मामला बिगड़ गया। एबीवीपी के छात्रों ने शिक्षकों के साथ दुव्र्यवहार करना शुरू कर दिया। इसी बीच लाॅ के छात्र व अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अनिल दुबे के समर्थक मौके पर आकर प्रतिरोध करने लगे। दोनों पक्ष देखते ही देखते एक दूसरे से भिड़ गए। जोरदार मारपीट शुरू हो गई। पूरा कैंपस अराजकता के हवाले हो गया। गाड़ियां तोड़ी जाने लगी। दोनों छात्रसमूह एक दूसरे को दौड़ा-दौड़ाकर मारने पीटने लगे।
देखते ही देखते कैंपस और कैंपस के बाहर बवाल शुरू हो गया। छात्र जुटने लगे।
विवि में अचानक शुरू हुए बवाल से पुलिस हरकत में आ गई। मामला नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद छात्र तितर बितर हुए।
पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में ले लिया है। खबर लिखे जाने तक छात्रों को कैंट थाने में बैठाया गया था। इस विवाद के बाद विवि और आसपास भारी मात्रा में फोर्स तैनात कर दिया गया है। विवि में सभी कक्षाओं को चुनाव तक स्थगित कर दिया गया है।
उधर, छात्रसंघ में बढ़ी अराजकता और शिक्षकों के साथ दुव्र्यवहार से आहत विवि शिक्षक संघ ने चुनाव में किसी प्रकार का असहयोग न करने का निर्णय लिया था।