दरअसल, प्रेमवीर सिंह उर्फ बाबी जेल में ही रहकर अपराध का साम्राज्य चला रहा था। अलीगढ़ जेल में रहते हुए वह एक व्यक्ति से डेढ़ लाख रुपये की फिरौती मांगा। जब जेल अधिकारी ने उस पर शिकंजा कसा तो वह उसी की हत्या की फिराक में लग गया। जेल अधिकारी की हत्या की साजिश का भंड़ाफोड़ होते ही उसे अलीगढ़ से आगरा जेल शिफ्ट कर दिया गया। कुछ दिनों बाद उसे बनारस सेंट्रल जेल लाया गया। बनारस जेल में रहते हुए उसने बंदियों की गोलबंदी कर यहां भी अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया। बनारस जेल में उसकी दबंगई बढ़ी तो अधिकारियों ने परेशान होकर शासन को पत्र लिखा। शासन के आदेश पर उसे गोरखपुर भेज दिया गया है।
कौन है प्रेमवीर उर्फ बाबी
प्रेमवीर सिंह उर्फ बाबी पश्चिमी यूपी का कुख्यात अपराधी है। वह यूपी ही नहीं हरियाण, महाराष्ट्र, दिल्ली तक में हत्या, फिरौती के काले धंधे को अंजाम देता रहा है। साल 1997 में उसने राजस्थान के भरतपुर के जेल अधीक्षक की हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड केबाद उस पर मेरठ में तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने का आरोप लगा। प्रेमवीर पर चालीस हत्याओं का आरोप है। जबकि सौ से अधिक विभिन्न अपराधों को अंजाम दे चुका है।