बैठक में खड्डा क्षेत्र के भाजपा विधायक जटाशंकर त्रिपाठी ने मुसहरों की मौत का मुद्दा उठाया। बताया जा रहा है कि इस पर डीएम ने टोकते हुए उनको केवल अपने क्षेत्र के मुद्दे उठाने की सलाह दी। इस पर विधायक त्रिपाठी ने कहा कि वह जनप्रतिनिधि हैं और जनहित से जुड़े किसी भी मुद्दे को उठा सकते हैं। उनके क्षेत्र में भी मुसहर आबादी है। अगर ऐसी लापरवाही चलती रही तो उनके क्षेत्र में भी स्थितियां ऐसी हो सकती हैं।
आरोप है कि विधायक से डीएम ने यह भी कहा कि यह आपका विधानसभा नहीं है। आप चाहे तो इस मुद्दे को विधानसभा में उठा सकते हैं। यह आपका सदन नहीं है, यहां केवल विकास कार्याें पर चर्चा कीजिए।
विधायक जटाशंकर त्रिपाठी ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि इसके बाद वह वहां से चले गए। उन्होंने बताया कि वह मुसहरों की मौत की उच्चस्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे ताकि दोषियों पर कार्रवार्इ हो सके।
उधर, इसी तरह क्षेत्र के किसी मुद्दे पर हाटा से भाजपा विधायक पवन केडिया से भी डीएम से बहस हो गई। बताया जा रहा है कि विधायक पवन केडिया को भी उसी लहजे में बात की।
जिलाधिकारी के इस बर्ताव के बाद बैठक में मौजूद विधायक पवन केडिया, सांसद विजय दुबे के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद अजय गोविंद राव शिशु, विधायक गंगा सिंह कुशवाहा के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद रामवृक्ष गिरी भी बैठक से बाहर आ गए।
आरोप है कि विधायक से डीएम ने यह भी कहा कि यह आपका विधानसभा नहीं है। आप चाहे तो इस मुद्दे को विधानसभा में उठा सकते हैं। यह आपका सदन नहीं है, यहां केवल विकास कार्याें पर चर्चा कीजिए।
विधायक जटाशंकर त्रिपाठी ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि इसके बाद वह वहां से चले गए। उन्होंने बताया कि वह मुसहरों की मौत की उच्चस्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे ताकि दोषियों पर कार्रवार्इ हो सके।
उधर, इसी तरह क्षेत्र के किसी मुद्दे पर हाटा से भाजपा विधायक पवन केडिया से भी डीएम से बहस हो गई। बताया जा रहा है कि विधायक पवन केडिया को भी उसी लहजे में बात की।
जिलाधिकारी के इस बर्ताव के बाद बैठक में मौजूद विधायक पवन केडिया, सांसद विजय दुबे के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद अजय गोविंद राव शिशु, विधायक गंगा सिंह कुशवाहा के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद रामवृक्ष गिरी भी बैठक से बाहर आ गए।