यह दी दलील डॉ. कफील ने अपने पत्र में पूर्व प्रिंसिपल डॉ. राजेश मिश्रा और मेंटेनेंस प्रभारी डॉ. सतीश कुमार का जिक्र करते हुए कहा है कि विभागीय कार्रवाई के बावजूद उनकी सेवा को बहाल किया गया है। जबकि 36 बार पत्र लिखने के बाद भी विभागीय अधिकारियों द्वारा उनका निलंबन वापस नहीं लिया जा रहा है। डॉ. कफील ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का भी जिक्र किया है। उनका कहना है कि कोर्ट ने उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से उन्हें मुक्त कर दिया है और 90 दिनों के निलंबन वापसी पर विचार के लिए कहा था। अब तक 1300 दिन बीत चुके हैं लेकिन इसके बाद भी उनका निलंबन वापस नहीं लिया जा रहा है। मै किसी अन्य हॉस्पिटल या व्यवसाय में काम नहीं कर रहा हूं। मैं दिल से इस महामारी में अपने देश के नागरिकों की सेवा करना चाहता हूं।