शिक्षा विभाग के एक अधिकारी पर लगा आरटीआई कार्यकर्ता को पिटवाने और धमकवाने का आरोप
गोरखपुर। देवरिया में अवैध नियुक्तियों के खेल में अडंगा बन रहे एक आरटीआई कार्यकर्ता को शिक्षा विभाग के एक अधिकारी की शह पर बुरी तरह मारा पीटा गया है। आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना को नहीं लेने और किसी प्रकार की शिकायत नहीं करने की धमकी दी गई है। पीड़ित ने बताया कि तीन लोग उसका सरेआम अपहरण करके ले गए और उसके साथ अश्लीलता से पेश आए। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
कोतवाली देवरिया के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता
दिलीप कुमार चैरसिया ने बताया कि वह जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में हुए अवैध नियुक्तियों के खिलाफ सूचना के अधिकार के तहत सूचना मांग कर फर्जीवाड़ा रोकने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इन अवैध नियुक्तियों की जद में जिला विद्यालय निरीक्षक देवरिया भी आ रहे हैं। खुद के बचाव के लिए वह अपने गुंडों से जान से मारने की धमकी दिला रहे हैं। दिलीप ने बताया कि बीते 30 मार्च को दिन में घर से कहीं जा रहे थे कि पास के यूनियन बैंक के पास तीन लोगों ने उनको पकड़ लिया। जबरिया उनको एक आॅटो में बिठाकर अपने साथ बभनी गांव लेकर चले गए। वहां वे लोग उनको एक नवनिर्मित कमरे में बंद कर दिए। मारने-पीटने के बाद शराब पिलाने की कोशिश की। शराब नहीं पीने पर जबरिया मेरे शरीर पर शराब उलेड़ दिया। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद वे लोग उसे धमकाने लगे। आरटीआई के तहत डीआईओएस से सूचना मांगकर परेशान नहीं करने और डीआईओएस पर कार्रवाई नहीं कराने की धमकी देने लगे। पीड़ित ने तहरीर में लिखा है कि वे लोग मेरी जान भी उस समय ले सकते थे लेकिन उनके घर का कोई सदस्य वहां आ पहुंचा इसलिए छोड़ दिए। दिलीप चैरसिया ने बताया कि आरोपियों गोपाल व अन्य लोगों ने डीआईओएस की शह पर धमकाया कि अगर फिर कहीं शिकायत किया तो जान गंवाना पड़ेगा।
कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 365, 323, 504, 506 के तहत केस दर्ज कर लिया है।