हियुवा से निकाले जाने के बाद बनाया नया संगठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कभी खास रहे सुनील सिंह काफी दिनों तक हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। लेकिन बीजेपी के खिलाफ प्रत्याशी उतारने के आरोप में सुनील सिंह को 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान संगठन से निकाल दिया गया था। संगठन से निकाले जाने के बाद सुनील सिंह ने हिंदू युवा वाहिनी भारत नाम से संगठन बनाया और लोकसभा चुनाव में उतरने का ऐलान किया। इसी बीच उनके कार्यकर्ताओं की कहासुनी हियुवा के कार्यकर्ताओं से हुई। मामला थाने तक पहुंचा। पुलिस ने सुनील सिंह के संगठन के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। सूचना पाकर सुनील सिंह अपने कार्यकर्ताओं को हिरासत में छुड़ाने पहुंचे। पुलिस से हुई नोकझोंक के बाद सुनील सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में उनके खिलाफ कई रपट दर्ज कराया गया और रासुका के तहत कार्रवाई की गई। कुछ माह पूर्व ही हाईकोर्ट से सुनील सिंह जमानत हुई।
जेल से बाहर आने के बाद वह लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भाजपा पर हमला बोल रहे थे। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही उन्होंने गोरखपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। प्रवीण भाई तोगड़िया की पार्टी ने उनको टिकट दे दिया। हिंदुस्थान निर्माण दल के प्रत्याशी के रूप में सुनील सिंह ने पर्चा भरा था। पर्चा दाखिला के दौरान उन्होंने शहर में ताकत का प्रदर्शन करते हुए जुलूस भी निकाला।
जेल से बाहर आने के बाद वह लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भाजपा पर हमला बोल रहे थे। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही उन्होंने गोरखपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। प्रवीण भाई तोगड़िया की पार्टी ने उनको टिकट दे दिया। हिंदुस्थान निर्माण दल के प्रत्याशी के रूप में सुनील सिंह ने पर्चा भरा था। पर्चा दाखिला के दौरान उन्होंने शहर में ताकत का प्रदर्शन करते हुए जुलूस भी निकाला।
पर्चा खारिज होने के बाद दी थाने में तहरीर मंगलवार को पर्चाें की स्क्रूटनी के बाद उनका पर्चा खारिज कर दिया गया। हिंदुस्थान निर्माण दल के प्रत्याशी सुनील सिंह समेत 21 पर्चाें को खारिज कर दिया गया। पर्चा खारिज होने के बाद सुनील सिंह ने साजिशन पर्चा खारिज करने का आरोप लगाया। इस बाबत उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी/डीएम गोरखपुर के खिलाफ कैंट थाने में तहरीर भी दी है।