Read this also: तलाक देने के बाद डेढ़ लाख का चेक देकर संबंध विच्छेद कराया पंचों ने देश की संसद ने तीन तलाक को भले ही गैर कानूनी करार दिया है लेकिन कुशीनगर में रहने वाले एक परिवार ने इस कानून को ठेंगा दिखा दिया। बाहर रहने वाले पति ने पत्नी को मोबाइल पर तीन तलाक देकर रिश्ता एक झटके में समाप्त कर दिया था। तलाक को पंचों ने भी सही ठहराते हुए डेढ़ लाख का चेक पीड़िता को देकर रिश्तेे को खत्म करने पर मुहर लगा दी। अब पीड़ित पक्ष ने पुलिस को तहरीर देकर केस दर्ज कराया है।
Read this also: टयूशन को टीचर के घर गर्इ युवती, कमरे में बुलाया आैर फिर यह है पूरा मामला कुशीनगर जिले के खड्डा के जखिनिया गांव के अहमद अली की पुत्री फातिमा खातून (25) की शादी नेबुआ नौरगियां के शोभाछपरा गांव के अब्दुल रहीम के पुत्र तराबुद्दीन के साथ हुई थी। बेटी की शादी में गरीब पिता ने काफी परेशानी में दान-दहेज का इंतजाम किया। पिता ने सोचा कि बेटी का होने वाला पति विदेश कमाता है, वह सुखी जीवन व्यतीत करेगी। पीड़ित पक्ष के अनुसार शादी के चार माह बाद ही फातिमा का पति तराबुद्दी सऊदी अरब चला गया।
फातिमा के अनुसार उसका पति जब विदेश से आता तो उससे दूर दूर रहने की कोशिश करता। उसे प्रताड़ित करता। फातिमा बताती कि पति किसी झारखंड की महिला का फोटो दिखाते और उससे शादी की बात करते। पूरा घर शादी के कुछ ही महीना बाद उसे प्रताड़ित करने लगा। फातिमा बताती कि वह सबकुछ सहकर ससुराल में रह रही थी।
पहली अगस्त को तराबुद्दीन का फोन घर पर आया। ससुर अब्दुल रहीम ने फातिमा से तराबुद्दी से बात कराई। जैसे ही फातिमा ने काॅल रिसीव किया तो तराबुद्दीन ने उसे तलाक दे दिया। तलाक तलाक तलाक कहने के बाद उसने कहा कि अब हम दोनों के बीच कोई रिश्ता नहीं है।
पति के तलाक देने से परेशान फातिमा ने मायके फोन किया। अगले दिन उसके मां-पिता बेटी के ससुराल पहुंचे। पंचायत बैठी। पंचों ने भी तलाक को सही ठहराते हुए फातिमा को डेढ़ लाख रुपये के दो चेक दिखए। स्टांप पेपर पर अंगूठा लगवा दिया और रिश्ता खत्म करने का ऐलान हो गया।