scriptयूपी में तीन तलाक का पहला केस दर्ज हुआ इस जिले में, विदेश से पति ने दे दिया तलाक | First case in violating Triple talaq law registered in UP Kushinagar | Patrika News

यूपी में तीन तलाक का पहला केस दर्ज हुआ इस जिले में, विदेश से पति ने दे दिया तलाक

locationगोरखपुरPublished: Aug 05, 2019 02:05:00 pm

Triple Talaq law

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Greater Noida: Triple Talaq बिल पास होने के बाद पति ने दिया तीन तलाक और कहा- देवर के साथ करो हलाला

कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में तीन तलाक मामले में पहला केस दर्ज किया गया है( First case in triple talaq law violation)। संसद में तीन तलाक कानून पास होने के बाद उत्तर प्रदेश में पहला केस दर्ज किया गया है। पति द्वारा फोन पर तलाक देने के बाद पीड़िता पत्नी ने थाने में तहरीर दी थी( Husband living in Saudi Arab given talaq by mobile)। तहरीर के आधार पर नेबुआ नौरंगिया थाने में पति, ससुर, सास, ननद और पति के मामा के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम 2019 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। (Kushinagar Police registered case under Muslim women marriage right act 2019)
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तलाक देने के बाद डेढ़ लाख का चेक देकर संबंध विच्छेद कराया पंचों ने

देश की संसद ने तीन तलाक को भले ही गैर कानूनी करार दिया है लेकिन कुशीनगर में रहने वाले एक परिवार ने इस कानून को ठेंगा दिखा दिया। बाहर रहने वाले पति ने पत्नी को मोबाइल पर तीन तलाक देकर रिश्ता एक झटके में समाप्त कर दिया था। तलाक को पंचों ने भी सही ठहराते हुए डेढ़ लाख का चेक पीड़िता को देकर रिश्तेे को खत्म करने पर मुहर लगा दी। अब पीड़ित पक्ष ने पुलिस को तहरीर देकर केस दर्ज कराया है।
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यह है पूरा मामला

कुशीनगर जिले के खड्डा के जखिनिया गांव के अहमद अली की पुत्री फातिमा खातून (25) की शादी नेबुआ नौरगियां के शोभाछपरा गांव के अब्दुल रहीम के पुत्र तराबुद्दीन के साथ हुई थी। बेटी की शादी में गरीब पिता ने काफी परेशानी में दान-दहेज का इंतजाम किया। पिता ने सोचा कि बेटी का होने वाला पति विदेश कमाता है, वह सुखी जीवन व्यतीत करेगी। पीड़ित पक्ष के अनुसार शादी के चार माह बाद ही फातिमा का पति तराबुद्दी सऊदी अरब चला गया।
फातिमा के अनुसार उसका पति जब विदेश से आता तो उससे दूर दूर रहने की कोशिश करता। उसे प्रताड़ित करता। फातिमा बताती कि पति किसी झारखंड की महिला का फोटो दिखाते और उससे शादी की बात करते। पूरा घर शादी के कुछ ही महीना बाद उसे प्रताड़ित करने लगा। फातिमा बताती कि वह सबकुछ सहकर ससुराल में रह रही थी।
पहली अगस्त को तराबुद्दीन का फोन घर पर आया। ससुर अब्दुल रहीम ने फातिमा से तराबुद्दी से बात कराई। जैसे ही फातिमा ने काॅल रिसीव किया तो तराबुद्दीन ने उसे तलाक दे दिया। तलाक तलाक तलाक कहने के बाद उसने कहा कि अब हम दोनों के बीच कोई रिश्ता नहीं है।
पति के तलाक देने से परेशान फातिमा ने मायके फोन किया। अगले दिन उसके मां-पिता बेटी के ससुराल पहुंचे। पंचायत बैठी। पंचों ने भी तलाक को सही ठहराते हुए फातिमा को डेढ़ लाख रुपये के दो चेक दिखए। स्टांप पेपर पर अंगूठा लगवा दिया और रिश्ता खत्म करने का ऐलान हो गया।
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