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मंदिर में चढाए गए फूलों से मिलेगा रोजगार, गोरखपुर के बाद लखनऊ में होगी इसकी शुरुआत

locationगोरखपुरPublished: Nov 16, 2020 11:09:41 am

Submitted by:

Karishma Lalwani

गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में चढ़ाए गए फूल अब रोजगार का जरिया बनेंगे। मंदिर में बनाए गए फूलों से अगरबत्ती बनाई जा रही है। इस काम के लिए घरेलू महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।

मंदिर में चढाए गए फूलों से मिलेगा रोजगार, गोरखपुर के बाद लखनऊ में होगी इसकी शुरुआत

मंदिर में चढाए गए फूलों से मिलेगा रोजगार, गोरखपुर के बाद लखनऊ में होगी इसकी शुरुआत

गोरखपुर. गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में चढ़ाए गए फूल अब रोजगार का जरिया बनेंगे। मंदिर में बनाए गए फूलों से अगरबत्ती बनाई जा रही है। इस काम के लिए घरेलू महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। यह फूल महिलाओं की आय का जरिया बनेंगे। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में बदलाव होगा। इस अवसर पर खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि फूलों से अगरबत्ती बनाने के प्रयास से वेस्ट को वेल्थ में बदलने की प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना साकार हो रही है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है।
बता दें कि सीआईएसआर-सीमैप (केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान) लखनऊ के तकनीकी सहयोग से महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र चौक जंगल कौड़िया द्वारा निर्मित अगरबत्ती की ब्रांडिंग “श्री गोरखनाथ आशीर्वाद” नाम से की गई है। इसके उत्पादन से लेकर विपणन तक की व्यवस्था गोरखनाथ मंदिर प्रशासन के हाथों है।
लखनऊ में भी होगी शुरुआत

सीमैप लखनऊ के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसी मंदिर में चढ़ाए गए फूलों से पहली बार अगरबत्ती बनाने का काम हो रहा है। जल्द ही लखनऊ के चन्द्रिका देवी मंदिर में भी ऐसा ही प्रयास शुरू किया जाएगा।
इस तरह बनती है फूलों से अगरबत्ती

मंदिर में चढ़ाए गए फूलों को एकत्रित कर उन्हें सुखाने के लिए एक मशीन में डाल दिया जाता है। इसके बाद उसका पाउडर बनाया जाता है। फिर इस पाउडर को आटे की तरह गूंथ कर लकड़ी के आटे के साथ स्टिक पर परत के रूप में चढ़ाया जाता है। अंत में लेपित स्टिक को तरल खुश्बू में भिगोकर सूखा लिया जाता है।
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