हजारों लोग खिचड़ी चढ़ाने के लिए 48 घंटे पहले से ही पहुंचे हुए हैं, देर रात में ही लगाई लाइन
Makar Sankranti 2019 गोरखनाथ मंदिर में योगी आदित्यनाथ ने चढ़ाई खिचड़ी, भोर से ही जारी है खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला
पूर्वांचल का सबसे प्रसिद्ध खिचड़ी मेला मंगलवार से प्रारंभ हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीठाधीश्वर के रूप में गोरखनाथ मंदिर में भोर में ही खिचड़ी चढ़ाकर परंपरागत रूप से मनाई जाने वाली मकरसंक्रांति की शुरूआत की। खिचड़ी चढ़ाने के बाद मंदिर के भ्रमण पर निकले गोरक्षपीठाधीश्वर ने लोगों को मकरसंक्रांति पर्व की शुभकामनाएं भी दी। मंगलवार को ब्रह्ममुहुर्त में गोरक्षपीठाधीश्वर ने मकर संक्रांति पर परंपरागत पूजन अर्चन किया। इसके बाद नेपाल नरेश की ओर से खिचड़ी चढ़ाई गई। परंपरानुसार नेपाल राजपरिवार से गोरखनाथ मंदिर में हर साल चढ़ाने के लिए खिचड़ी आती है। फिर आमजन के खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हुआ। इसी के साथ सवा महीना तक चलने वाले गोरखनाथ मंदिर के खिचड़ी मेला का शुभारंभ किया गया।
IMAGE CREDIT: Dheerendra Gopalगोरक्षपीठाधीश्वर ने दी शुभकामनाएं मुख्यमंत्री/गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी है। खिचड़ी चढ़ाने के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया। व्यवस्था देखी। उन्होंने मकर संक्रांति की शुभकामना देते हुए कहा कि मकर संक्रान्ति जगत् पिता सूर्य की उपासना एवं सामाजिक समता का महापर्व है। खिचड़ी का महापर्व भारत की पर्व एवं त्योहारों की परम्परा में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस दिन से सूर्य नारायण उत्तरायण में प्रवेश करते है जो सनातन हिन्दू धर्म-संस्कृति में हर प्रकार के शुभ एवं मांगलिक कार्यो को प्रारम्भ करने के लिये पुण्य माना जाता है। उन्होंने बताया कि पूरे देश के अन्दर अलग-अलग नाम एवं रूप में यह पर्व मनाया जाता है। उत्तरी भारत में जहां इसे ‘खिचड़ी महापर्व’ के रूप में इस त्योहार को मनाया जाता है वहीं दक्षिण भारत में ‘पोंगल’, पंजाब में ‘लोहड़ी’, बंगाल में ‘तिलवा संक्रान्ति’, असम में ‘बिहु’ आदि नामों से इस पर्व एवं त्योहार को मनाया जाता है।
IMAGE CREDIT: Dheerendra Gopal48 घंटे पहले ही आस्था का जनसैलाब उमड़ने लगा था गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए 48 घंटे पहले से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। दूरदराज से आए श्रद्धालु मंदिर में देर रात से ही लाइन लगाना शुरू कर दिए थे। भोर तक हजारों की संख्या में श्रद्धालु लाइन में खड़े हो खिचड़ी चढ़ाने केलिए अपनी बारी आने का इंतजार करने लगे। मंगलवा की भोर में चार बजे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने परंपरागत पूजन अर्चन कर खिचड़ी चढ़ाई इसके बाद आमजन ने खिचड़ी चढ़ानी शुरू कर दी जो सिलसिला अनवरत जारी है। मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने वालों की आ रही भीड़ को देखते हुए पूरे शहर में यातायात परिवर्तन किए गए हैं। शहर और मंदिर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस-पीएसी तैनात की गई है। पुलिस व प्रशासनिक आला अफसर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जा रही है। पुलिस व प्रशासनिक टीम के अलावा तमाम स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ता व मंदिर से जुड़े लोग श्रद्धालुओं की मदद को लगे हुए हैं।
IMAGE CREDIT: Dheerendra Gopalपूरे चलेगा भंडारा, प्रसाद के रूप में खिलाई जाएगी खिचड़ी गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रसाद स्वरुप खिचड़ी खिलाने की परंपरा है। शुद्ध देशी घी में बनी खिचड़ी सबको पूरे दिन परोसा जाएगा। आम हो या खास खिचड़ी खाने मंदिर हर साल यहां आता है।
IMAGE CREDIT: Dheerendra Gopalपड़ोसी देश नेपाल के अलावा कई प्रदेशों के श्रद्धालु आते गोरखनाथ मंदिर के सुप्रसिद्ध खिचड़ी मेला में हरियाणा, दिल्ली, यूपी, बिहार आदि प्रदेशों के साथ नेपाल तक के श्रद्धालु यहां खिचड़ी चढ़ाने आते हैं। आस्था, परम्परा और उत्साह के संगम वाले इस मेले को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए कई महीने पहले से ही मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया था।