सोशल मीडिया पर भी छिड़ी बहस सोशल मीडिया पर भी गोरखपुर महोत्सव का जमकर कटाक्ष किया जा रहा। एक चर्चित रिटायर्ड आईएएस ने लिखा है कि अबकी बार गोरखपुर में होगा सैफई महोत्सव….स्थान बदला है लेकिन भव्यता वही रहेगा। आगे उन्होंने लिखा है कि बजट के अभाव में स्वेटर वितरण के वादे को जैसे लकवा मार गया है लेकिन महोत्सव के नाम पर करोड़ों के वारे न्यारे करने पर तुले हैं भ्रश्ट अफसरशाह। आलू उत्पादक किसानों की खस्ता हालत व ठंड से सैंकड़ों गरीब गुरबाओं की मौत का जश्न बनेगा गोरखपुर में। इस मुद्दे पर रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह की लंबी चैड़ी पोस्ट को कई आईएएस-आईपीएस के अलावा काफी लोगों ने शेयर किया है।
बहरहाल, फैज की यह चंद लाइनें बेहद मौजूं है… ये दाग दाग उजाला, ये शबगजीदा सहर
वो इन्तजार था जिस का, ये वो सहर तो नहीं ये वो सहर तो नहीं जिस की आरजू लेकर
चले थे यार