Uttar Pradesh Assembly election 2022 : भाजपा की विस्तार नीति के मुकाबले के लिए छोटे दलों का महागठबंधन गीता प्रेस का बुधवार को दौरा करने के बाद सांसद रवि किशन ने बताया कि ”प्रेस दो लाख वर्ग फीट क्षेत्र में स्थित है और मैंने एक जर्मन प्रिंटिंग मशीन और कई अन्य उच्च तकनीक मशीनें यहां देखीं हैं। प्रेस में वित्त की कोई कमी नहीं है, और मैं सभी को बताना चाहता हूं कि प्रेस कभी भी किसी तरह का दान स्वीकार नहीं करता है, इसलिए कृपया धोखाधड़ी से सावधान रहें।”
लगभग 80 लाख रुपए प्रति माह देता है वेतन :- सांसद रवि किशन ने कहाकि, प्रेस पूरी तरह से आत्मनिर्भर है और यह कर्मचारियों के वेतन के रूप में लगभग 80 लाख रुपए प्रति माह देता है। यहां हर महीने 15 भाषाओं में लाखों किताबें छपती हैं।
सचित्र पुस्तक का प्रकाशन नई प्रेरणा देगा :- इससे पूर्व सांसद रवि किशन शुक्ला ने कहाकि, बचपन से ही घर में गीता प्रेस प्रकाशित धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन होता रहा है। हिन्दू धर्म मानने वाले सभी लोगों के घरों में चाहे देश या विदेश हो वहां गीता प्रेस की प्रकाशित पुस्तकें अवश्य रहती हैं। इस सचित्र पुस्तक का प्रकाशन एक नई प्रेरणा देगा।
वर्तमान में तीन हजार पुस्तकें प्रकाशित हुई :- गीता प्रेस व्यवस्थापक लालमणि तिवारी ने बताया कि, वर्तमान में तीन हजार पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। देश की सभी 20 शाखाओं में यह उपलब्ध है। गीता प्रेस पर कभी आर्थिक संकट नहीं रहा। कभी सरकारी आर गैर सरकारी सहयोग नहीं लिया।