आम जनता में रहे लोकप्रिय, माफियाओं की 803 करोड़ की संपति की जब्त
गोरखपुर शहर में बतौर एसपी सिटी होने के बावजूद जिले के सभी ट़ॉप 10 अपराधियों को जिला छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। एसपी सिटी कार्यकाल के दौरान बिश्नोई ने माफियाओं की लगभग 803 करोड़ से अधिक की संपत्ति जप्त की।कृष्ण कुमार बिश्नोई का कार्यकाल बेहद सफलता भरा रहा। शहर के सामान्य, व्यापारी, चिकित्सक और अन्य सामाजिक लोगों के साथ उनका व्यवहार काफी सरल रहा।अपने कार्यकाल में उन्होंने ऐसे किसी भी लोग को अपने पास आने के लिए किसी पैरवी से मना कर दिया था। उनका मानना था कि अगर पीड़ित खुद सामने आकर अपनी परेशानी बताएगा तो उसके समाधान के लिए पुलिस बेहतर प्रयास कर सकेगी। गोरखपुर शहर में नशे के गढ़ के रूप में जानी जाने वाली अमरूदानी मंडी में बाइक से गश्त कर कच्ची शराब, स्मैक आदि पर लंबा ऑपरेशन चलाए और अंत में वहां का क्षेत्र पूरी तरह नशे की गिरफ्त से आजाद कराए।
DG के गोल्ड मेडल से सम्मानित, हर कारवाई में खुद लीड किए
दो साल चार माह 18 दिन के कार्यकाल में उन्होंने जिले के अजीत शाही और विनोद उपाध्याय, सुधीर सिंह समेत कई बड़े माफिया पर कार्रवाई की।इनके घर ढहाने से लेकर इनपर गैंगेस्टर, हिस्ट्रीशीट खोलने के कार्रवाई को खुद से लीड किया था। बिश्नोई, जिनकी अपराध पर नकेल कसने की नीतियों ने गोरखपुर में उन्हें जनता और अधिकारियों के बीच एक खासी पहचान दिलाई थी, कृष्ण कुमार बिश्नोई का शुरू से लेकर अभी तक का कार्यकाल लगातार इन्हे सुपर कॉप बनाता रहा।पुलिस महानिदेशक ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया था। गोरखपुर में बिश्नोई के कार्यकाल के दौरान किए गए अपराध मुक्त और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए इस सम्मान से सम्मानित किया गया था। अब जिले की कमान देकर उन्हें नई जिम्मेदारी दी गई है।