scriptमां ने ही दूधमुहे बच्चे को 10 हजार में बेचा, फिर उड़ा दी अपहरण की अफवाह, ऐसे खुला मामला | Gorakhpur Police Solve Child Kidnapping Mother Sold at Rs 10000 | Patrika News

मां ने ही दूधमुहे बच्चे को 10 हजार में बेचा, फिर उड़ा दी अपहरण की अफवाह, ऐसे खुला मामला

locationगोरखपुरPublished: Dec 01, 2020 09:40:53 am

गोरखपुर पुलिस ने ऐसे खोला चर्चित अपहरण कांड
बिचौलिये और खरीदार के साथ आरोपी मां भी पकड़ी गई

newborn baby

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

गोरखपुर. जिस दूधमुहे बच्चे के गायब होने पर खूब हो हल्ला मचा था, उसकी असलियत कुछ और ही निकली। मां ने ही नवजात को 10 हजार रुपये में बेच कर यह नाटक रचा था, जिससे किसी का ध्यान उस ओर न जाए। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी मां और 10 हजार रुपये में बच्चे को खरीदने वाली महिला के साथ ही उस बिचौलिये को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसने मासूम का सौदा कराया था। मां ने गरीबी के चलते खुद अपनी मर्जी से बिचौलिये के जरिये अपने बच्चे का सौदा किया था।


गोरखपुर के नौसढ़ बेलदारी टोले में रहने वाले जयसिंह के घर 28 नवम्बर की भोर में कोहराम मच गया। जयसिंह और उनकी पत्नी शिमला देवी दहाड़े मारकर रो रही थी। उनके रोने की आवाज सुनकर आस-पास के लोगों की नींद खुल गई। कुछ ही देर में जयसिंह के दरवाजे पर भारी भीड़ जुट गई। दम्पति का कहना था कि उनका मासूम बेटा लापता हो गया है। सूचना पुलिस तक पहुंची और थानाध्यक्ष सुनील राय ने पड़ोस के ही एक मकान में लगे सीसी कैमरे की फुटेज देखी तो उनके होश उड़ गए।


जय सिंह की पत्नी शिमला एक अन्य महिला के पीछे-पीछे जाती दिखी। पुलिस ने मासूम की मां शिमला देवी को हिरासत में ले लिया और सख्ती से पूछताछ की। पुलिस की सख्ती के आगे वह टूट गई और पूरा मामला खुल गया। शिमला ने स्वीकार लिया कि उसने शंभु सिंह के कहने पर 10 हजार रुपये में बच्चे को एक महिला को बेच दिया है। बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले सिक्योरिटी गार्ड शंभु सिंह का ससुराल जय सिंह के घर के बगल में ही है। उसी ने मासूम की मां को अपना बच्चा रम्भा देवी को बेचने के लिये राजी किया था।


शिमला की निशानदेही पर पुलिस ने गोरखनाथ थाना क्षेत्र के सूर्य विहार कालोनी निवासी शंभू सिंह को हिरासत में ले लिया। शंभु सिंह ने बताया कि बच्चा देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र स्थित विशुनपुर कला निवासी रम्भा देवी पत्नी नौमी प्रसाद के पास है। रम्भा देवी बच्चे को लेकर शाम 4 बजे जिला अस्पताल पर पहुंच रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चे को बरामद कर लिया और रम्भा को भी हिरासत में ले लिया। प्रभारी निरीक्षक गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्रधिकरण) सुनील कुमार राय ने बताया कि शिमला ने ही पालन-पोषण करने में असमर्थ होने के कारण बच्चे को एक दूसरी महिला रम्भा को दे दिया था। बदले में उसने रम्भा से 10 हजार रुपये लिए थे।


पुलिस ने दर्ज किया था अपहरण का मुकदमा

गीडा थाना क्षेत्र के नौसढ़, बेलदारी टोला में परिवार के साथ रहने वाले जय सिंह और उनकी पत्नी शिमला देवी के पास शुक्रवार की रात में सो रहा उनका मासूम बेटा संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया। दुधमुंहे बेटे के गायब होनेे की जानकारी जयसिंह ओर शिमला को शनिवार की भोर में तब हुई जब वे नींद से जागे। दम्पति ने बेटे की काफी तलाश की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। उन्होंने आस-पास रहने वाले परिवारों से भी पूछताछ की लेकिन किसी ने कोई जानकारी नहीं दी। घबराए दम्पति ने इस मामले की जानकारी गीडा थाने की पुलिस को दी। सूचना पाते ही गीडा थानेदार सुनील और नौसढ़ चौकी की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने भी लोगों से पूछताछ की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर मासूम की तलाश शुरू कर दी थी।

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