पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार सिलीगुड़ी से जुड़ेगा गोरखपुर, पर्यटन व उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
गोरखपुरPublished: Jan 05, 2022 02:26:57 pm
हिमालय की गोद में स्थित, सिलीगुड़ी एक ऐसा शहर है जो दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी के बीच में स्थित है। पश्चिम बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा शहर, पूर्वोत्तर भारत का यह प्रवेश द्वार है, जोकि चाय, लकड़ी, पर्यटन और परिवहन के लिए जाना जाता है। भौगोलिक दृष्टि से, एक ओर सिलीगुड़ी नेपाल की सीमा से जुड़ा है और दूसरी ओर बांग्लादेश की सीमा से जुड़ा है। सिलीगुड़ी के गलियारें भारत को अपने विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों के साथ जोड़ती हैं। वन्यजीव अभ्यारण्य से चाय बागानों और मठों तक, सिलीगुड़ी पर्यटकों के लिए अंदर काफी कुछ
बर्फ से ढके पहाड़ों और प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर दृश्यों के बीच आधुनिक विकास, शॉपिंग मॉल और उभरते शहर के बारे में सोचकर देखें, सिलीगुड़ी शहर इसका एकदम परफेक्ट कॉम्बिनेशन है। अब पूर्वाचल,बिहार के लोागें को इस रमणीक स्थान पर जाने में आसानी होगी। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे का डीपीआर बनाने का कार्य शुरु हो चुका है। इससे पर्यटन व उद्योग को बढ़ावा मिलेगा । साथ ही भूटान,नेपाल व बांग्लादेश की यात्रा भी यहां से की जा सकेगी। इसके साथ ही गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस वे का भी डीपीआर तैयार किया जा रहा है।