scriptपूर्वांचल में एथनाॅल उत्पादन का हब बनेगा गोरखपुर | Gorakhpur will become hub for ethanol production | Patrika News

पूर्वांचल में एथनाॅल उत्पादन का हब बनेगा गोरखपुर

locationगोरखपुरPublished: Aug 25, 2019 01:55:10 am

पिपराइच चीनी मिल में नई डिस्टलरी में हो सकेगा 1.20 लाख लीटर प्रतिदिन उत्पादन

पूर्वांचल में एथनाॅल उत्पादन का हब बनेगा गोरखपुर

पूर्वांचल में एथनाॅल उत्पादन का हब बनेगा गोरखपुर

पिपराइच चीनी मिल (Pipraich Sugar mill) में एक नई डिस्टलरी का भी निर्माण कराया जाएगा। यहां गन्ने से एथनाॅल (Ethanol production from sugarcane) बनाया जा सकेगा। नई बनने वाली डिस्टलरी की क्षमता 1.20 लाख लीटर प्रतिदिन की होगी। गन्ने के रस से सीधे एथनॉल बनाने वाली यह यूपी की पहली चीनी मिल होगी।
पिछले साल ही पेराई सत्र प्रारंभ करने वाले पिपराइच चीनी मिल के प्रबंधन ने एथनाॅल प्रोजेक्ट (Pipraich sugar mill new distillery project) के लिए डीपीआर बनाकर शासन को भेजा है। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। जानकारों के अनुसार इस प्रोजेक्ट पर निर्णय मुख्य सचिव की अध्यक्षता में ‘पब्लिक इनवेस्टमेंट बोर्ड’ (पीआईबी) की बैठक में लिया जाएगा। पीआईबी से मंजूरी मिलने के बाद प्रोजेक्ट को लगाने के लिए भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से एनओसी की दरकार होगी।
यूपी सहकारी चीनी मिल संघ के एमडी विमल कुमार दुबे बताते हैं कि मंत्रालय की एनओसी मिलने के बाद एथनाॅल प्रोजेक्ट की टेंडरिंग प्रक्रिया प्रारंभ हो सकेगी।
रोजगार के अधिक मौके मिलेंगे

पिपराइच चीनी मिल में एथनाॅल बनाने के लिए जिस डिस्टलरी के निर्माण की योजना है, उसके तैयार होने के बाद रोजगार के भी मौके मिलेंगे(More employment requirements due to distellery)। पिपराइच चीनी मिल केवल गन्ना पेराई सत्र में नहीं बल्कि पूरे सालभर चलती रहेगी। मिल व डिस्टलरी के संचालन के लिए परमामेंट के अलावा अस्थायी कर्मचारियों की भी दरकार होती है। ऐसे में सीजनल व अस्थायी कर्मचारियों को रोजगार के और मौके मिल सकेंगे। चीनी मिल के जिम्मेदार बताते हैं कि मिल साल में केवल तीस दिन की बंदी को छोड़कर बाकी सभी दिन चलेगी। ऐसे में 335 दिन मिल परिसर और आसपास गुलजार रहेगा।
मिल प्रबंधन के अनुसार पेराई सत्र के दौरान गन्ने के रस से एथनॉल बनेगा। पेराई सत्र समाप्ति के बाद मुण्डेरवा और पिपराइच चीनी मिल से मिलने वाले शीरे से डिस्टलरी चलेगी जिससे एथनॉल बनाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में एथनाॅल उत्पादन की परियोजनाओं को प्रोत्साहन

यूपी में एथनाॅल(Ethanol) के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। आंकड़ों पर अगर गौर करें तो समूचे देश में 9104 करोड़ रुपये की 174 परियोजनाओं की स्वीकृति केंद्र सरकार ने दी है। इसमें 2379 करोड़ रुपये की लागत से लगने वाली 34 परियोजनाएं उत्तर प्रदेश की है। इस 34 में 17 नई इकाईयां स्थापित होंगी तो 17 चल रही डिस्टलरी की क्षमता में वृद्धि की जाएगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो