बेड टू बेड ऑक्सीजन सप्लाई व्यवस्था शुरू नही हो पाने के पीछे तकनीकी गड़बडी बड़ा कारण है। लखनऊ से विशेषज्ञ के नहीं आने के कारण यह व्यवस्था अभी तक चालू नहीं हो पा रही है। इस व्यवस्था के शुरू हो जाने से मरीजों के साथ साथ जिला अस्पताल के कर्मचारियों की भी ऑक्सीजन को लेकर दुश्वारियां कम होंगी।
जिला अस्पताल में रिजर्व में है ऑक्सीजन सिलेण्डर
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की मांग कम होने के कारण कभी भी ऑक्सीजन की कमी का मामला सामने नहीं आया। फिर भी जिला अस्पताल की इमरजेन्सी में सात बड़ा भरा सिलेण्डर रिजर्व के रूप में रखा है जबकि एक क्रियाशील रहता है। इसी तरह से आईसीयू में 18 की संख्या में बडे ऑक्सीजन सिलेण्डर रखे गए हैं। अस्पताल प्रशासन के जिम्मेदारों का कहना है कि यहां पर खाली सिलेण्डर नहीं रखा जाता है खाली पर उसे रिफिल करा लिया जाता है। जिससे अभी तक कभी भी ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई है।
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की मांग कम होने के कारण कभी भी ऑक्सीजन की कमी का मामला सामने नहीं आया। फिर भी जिला अस्पताल की इमरजेन्सी में सात बड़ा भरा सिलेण्डर रिजर्व के रूप में रखा है जबकि एक क्रियाशील रहता है। इसी तरह से आईसीयू में 18 की संख्या में बडे ऑक्सीजन सिलेण्डर रखे गए हैं। अस्पताल प्रशासन के जिम्मेदारों का कहना है कि यहां पर खाली सिलेण्डर नहीं रखा जाता है खाली पर उसे रिफिल करा लिया जाता है। जिससे अभी तक कभी भी ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई है।