क्या है रेल मदद ऐप-
रेल मदद ऐप यात्रियों को मोबाइल फोन या वेब के माध्यम से शिकायत दर्ज करने की अनुमति देता है।साथ ही ऐप में फोटो अपलोड करने का भी विकल्प है।एक बार जब यात्री अपनी शिकायत दर्ज करा लेता है तो उसे भारतीय रेलवे द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में भी सूचित करने हेतु एसएमएस के माध्यम से एक त्वरित आई डी प्राप्त होती है।साथ ही समस्याओं के निवारण की स्थिति भी जान सकते हैं।इसके अतिरिक्त सीधे काल करने की भी सुविधा प्रदान की गयी है।हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है।
सिर्फ 13 मिनट में होता है शिकायतों का निस्तारण- पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेल मदद ऐप के जरिए शत-प्रतिशत शिकायतों का शीघ्र निस्तारण किया जा रहा है।वर्ष 2020 में जन परिवादों का पेन्डेंन्सी समय 4:30 घंटा एंव निस्तारण समय 3 घंटा था।निरतंर किए गए सुधारों से वर्ष 2021 में घटकर पेंडेसी समय 9 मिनट और निस्तारण समय 13 मिनट हो गया है।इसमें पहले समस्याओं को पहचान कर उनके लिए तत्काल सुधारात्मक प्रयास किए जाते है।कार्यो की समीक्षा के लिए मंडल एंव मुख्यालय के अधिकारियों का वाट्सएपग्रुप बनाया गया है।ज्यादातर शिकायत कोचों में साफ सफाई,वाटरिंग,ट्वायलेट से संबंधित रहती है।उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में रेल मदद ऐप पर कुल 39087 शिकायत प्राप्त किया गया तथा सभी का निस्तारण किया गया।इन शिकायतों के निस्तारण के बाद यात्रियों द्वारा कुल 17605 फीडबैक प्राप्त हुए जिसमें 11766 उत्कृष्ठ फीडबैक रहा।
शिकायतों के निस्तारण में पूर्वोत्तर नंबर वन-
सीपीआरों पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेल मदद ऐप के माध्यम से शिकायतों के निस्तारण में पूर्वोत्तर रेलवे का प्रथम स्थान है।इसके लिए इसे शील्ड 2022 प्रदान कर जल्द ही पुरस्कृत किया जाएगा।