गोरखपुर औद्योगिक प्राधिकरण (गीडा) ने प्राइवेट बस टर्मिनल निर्माण के लिए कालेसर के पास हाईवे के समीप 10 एकड़ भूमि चिन्हित कर लिया है। टर्मिनल का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टर्नरशिप (पीपीपी मॉडल) के आधार पर होगा। गीडा क्षेत्र के साथ टर्मिनल के विकास के लिए कई विदेशी कंपनियां इच्छुक भी हैं। गीडा ने एक अमेरिकी कंपनी को टर्मिनल के डटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के लिए आमंत्रित भी किया है। दोनों पक्ष में वार्ता जारी है। यहां जान लें कि गोरखपुर से जल्द ही प्राइवेट बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। प्रथम चनरण में गोरखपुर-दिल्ली रूट पर रोडवेज के सापेक्ष 25 फीसद प्राइवेट बसों को परमिट जारी किया जाएगा।
यात्रियों को मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
टर्मिनल में देश भर की प्राइवेट बस सेवाओं का आवागमन होगा। यात्रियों को उच्चस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। परिसर में तीन मंजिला भव्य प्रशासनिक भवन बनेगा। प्रथम तल पर प्रशासनिक कार्य होंगे। द्वितीय तल पर यात्रियों के लिए फूड प्लाजा और कांप्लेक्स बनेंगे। तीसरी मंजिल पर यात्रियों के लिए रिटायरिंग रूम और डारमेट्री की व्यवस्था होगी। व्यावसायिक कांप्लेक्स भी बनेगा। बसों के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म होंगे। सीसीटीवी कैमरे से निगरानी के साथ बसों की अपडेट जानकारी मिलती रहेगी। एसी वेटिंग हॉल अति आधुनिक होंगे, जिसमें मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। आधुनिक प्रशासन केंद्र की भी व्यवस्था रहेगी। प्राइवेट बस टर्मिनल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। एक निजी कंपनी से वार्ता चल रही है। डीपीआर के लिए जल्द ही अनुबंध की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी।