पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में इसरो खोलने जा रहा स्पेस रिसर्च सेंटर, देश में दूसरा सेंटर होगा यहां…
गोरखपुर विवि के 37वें दीक्षांत में बतौर मुख्य अतिथि मेधावियों को आशीर्वाद देने पहुंचे इसरो के चेयरमैन के.सिवन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बनारस में बहुत जल्द स्पेस रिसर्च सेंटर होने जा रहा है। पटना और बनारस में रिसर्च सेंटर के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। इस रिसर्च सेंटर पर स्पेस टेक्नोलाॅजी से जुड़े छात्र/छात्राओं को रिसर्च करने का मौका मिल सकेगा। देश को तकनीकी क्षेत्र में तरक्की को पंख लगेगा। उन्होंने देश में इसरो की आगामी परियोजनाओं के बारे में बताया कि इसरो की ओर से छह इनक्युबेशन, छह रिसर्च और छह चेयर बनाए जाने हैं। सिवन ने बताया कि आज की तारीख में इंटरनेट पर निर्भरता बढ़ी है। पीएम मोदी की डिजिटल इंडिया मुहिम में इसरो भी तेजी से काम कर रहा है। रिमोट एरियाज में हाई बैंडविथ कनेक्टिविटी हो सके इसके लिए हाईपॉवर सैटेलाइट अंतरिक्ष की कक्षाओं में भेजने की प्रक्रिया की जा रही है। एक भेज दिया गया है, दूसरा इसी महीने भेजने की प्रक्रिया में है। तीसरा और चैथा दिसंबर-जनवरी में भेज दिया जाएगा। इसके बाद रिमोट क्षेत्रों में भी 100 जीबीपीएस स्पीड पर इंटरनेट की स्पीड होगी। हालांकि, इसका फायदा कुछ महीनों बाद देखने को मिलेगा क्योंकि पहले चरण में यह फायदा देश की सेना और सुरक्षा एजेंसियों को दी जाएगी, इसके बाद बैंकों को तेज इंटरनेट का लाभ मिल सकेगा। तीसरे चरण में आम आदमी को भी लाभ मुहैया कराया जाएगा।
जनवरी में मिशन चंद्रायन 2 इसरो चेयरमैन ने बताया कि जनवरी में चंद्रायन-2 पर फोकस होगा। चांद पर साफ्ट लैंडिंग की तैयारी की जा रही है। इन सबके अलावा भी करीब डेढ़ दर्जन परियोजनाओं पर इसरो काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि इसरो का फोकस एग्रीकल्चरल एप्लीकेशन पर भी है। इसका लाभ भी लोगों को जल्द मिल सकेगा।