किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरी उर्फ किरन बाबा ने इलेक्ट्रिक बस डिपो के प्रबंधक केके मिश्र से मुलाकात कर किन्नरों को नौकरी पर रखने के लिए बात की थी। केके मिश्र ने नगर आयुक्त अविनाश सिंह से बात की तो किन्नरों को कंट्रोल रूम में नौकरी देने पर सहमति बन गई। केके मिश्र की पहल पर इलेक्ट्रिक बस डिपो में किन्नरों का साक्षात्कार हुआ। किरन बाबा किन्नरों को लेकर पहुंचीं। केके मिश्र ने बताया कि किन्नर नौकरी को लेकर उत्साहित हैं।
समाज की मुख्य धारा से जुड़े - कनकेश्वरी नंद गिरी ने कहा कि किन्नरों में तेजी से जागरूकता बढ़ रही है। सभी किन्नर शिक्षा का महत्व समझने लगे हैं। किन्नर समाज के कई युवा उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अब प्रदेश सरकार ने किन्नर कल्याण बोर्ड बनाकर किन्नरों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में बड़ी पहल की है। किन्नरों को बताया जा रहा है कि वह नाचना-गाना और नेग का चक्कर छोड़कर नौकरी करें और समाज की मुख्य धारा में शामिल हों।
इनका हुआ चयन रानी - स्नातक प्रथम वर्ष में पढ़ाई कर रहीं निकिता - स्नातक तृतीय वर्ष में अध्ययनरत कृष्णा - स्नातक के बाद एलएलबी की पढ़ाई कर रहीं नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि समाज में शिक्षितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यहां बड़ा बदलाव है। किन्नर समाज के युवा नौकरी के क्षेत्र में उतरकर खुद को स्वावलंबी बनाएं, नगर निगम योग्य युवाओं को नौकरी देगा।
किन्नरों के लिए गोरखपुर में बनेगा प्रदेश का पहला गरिमा गृह किन्नरों के सम्मान के लिए गोरखपुर में प्रदेश का पहला गरिमा गृह बनाया जाएगा। बुधवार को उत्तर प्रदेश ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य किन्नर महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरि की अध्यक्षता में विकास भवन में संपन्न बैठक में मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत ङ्क्षसह ने यह जानकारी दी। इस परियोजना के लिए जिला समाज कल्याण अधिकारी (विकास) वेद प्रकाश मिश्र को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की योजना के अंतर्गत बनने वाले गरिमा गृह का उद्देश्य किन्नरों को आश्रय प्रदान करना है। इस गरिमा गृह में उन्हें आश्रय, भोजन, चिकित्सा, देखभाल एवं मनोरंजन की सुविधा तो मिलेगी ही, उनका कौशल विकास भी किया जाएगा। किन्नरों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए समय-समय पर कार्यशाला का आयोजन भी होगा।
किन्नरों द्वारा ही संचालित होगा गरिमा गृह गरिमा गृह का संचालन किन्नरों द्वारा संचालित समुदाय आधारित संगठन के सहयोग से किया जाएगा। उन्होंने किन्नरों से अपील की कि वे स्वयं को किन्नरों के लिए लांच राष्ट्रीय पोर्टल पर पंजीकृत करें। उन्होंने कहा कि किन्नरों का अंत्योदय राशन कार्ड बनाकर उनका आयुष्मान कार्ड भी बनाया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि पहले सभी किन्नर अपना पहचान पत्र बनवाएं। उसके आधार पर उनका अंत्योदय राशन कार्ड बनवाया जाएगा। राशन कार्ड बन जाने से आयुष्मान गोल्डेन कार्ड भी बन सकेगा। यह कार्ड बन जाने से पांच लाख रुपये तक का इलाज निश्शुल्क हो सकेगा।