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मुख्य वक्ता योगाचाय डाॅ.जयन्तनाथ ने कहा कि आज योग को विश्व में प्रसिद्धि प्राप्त हुआ है। योग जीवन का चैतन्य मार्ग है जो आदिदैविक, आदिभौतिक आध्यात्मिक विविध ताप का निवारण करता है। मनुष्यत्व की प्राप्ति होती है। प्राणायाम वह क्रिया है जिससे जीवन अमरत्व को प्राप्त कर सकता है। यह भी पढ़ें
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अध्यक्षता मुख्य पुजारी कमलनाथ एवं आभार योगाचार्य डाॅ. चन्द्रजीत यादव शिविर योजक ने किया। संचालन डाॅ. रोहित मिश्र ने किया।इस अवसर पर डाॅ. अरविन्द चतुर्वेदी, रगंनाथ त्रिपाठी, बृजेश मिश्र, कलाधर पौडयाल, पुरुषोत्तम चैबे, विनय गौतम, उमा शंकर प्रसाद, करनाल से योगी महावीर नाथ, योग प्रशिक्षु, संस्कृत विद्यालय के छात्र इत्यादि उपस्थित रहे।