एक प्रॉपर्टी डीलर पर हमले की घटना के बाद विपिन सिंह पुलिस की गोली का शिकार हो गया, जिसके बाद लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसी मुकदमे में माफिया राकेश यादव को साजिश करने का आरोपी बनाया गया था। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी लेकिन वह उसके हाथ नहीं आ रहा था।
कानपुर कांड के बाद पुलिस ने अपराधियों की लिस्ट बनानी शुरू की तो गोरखपुर में भी टॉप टेन अपराधियों की लिस्ट बनी। इस लिस्ट में राकेश यादव का भी नाम शामिल किया गया। विकास दुबे के गैंग के खिलाफ पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई और लगातार एनकाउंटर से राकेश यादव घबरा गया। पुलिस को चकमा देकर बुधवार को अचानक पिपराइच में हुए हत्या के प्रयास के एक मामले में जमानत तुड़वाकर न्याययिक दंडाधिकारी प्रथम के कोर्ट में हाजिर हो गया, जहां से न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया। राकेश विभिन्न जिलों में 48 मुकदमे दर्ज है।