पुलिस की मानें सुधीर के पास संपत्तियां करोड़ों में हैं। उसकी पत्नी के नाम से शहर के शाहपुर और देहात क्षेत्र के सहजनवां व गीडा क्षेत्र में करीब 10 करोड़ की सम्पत्तियां हैं। आठ मालवाहक कंटेनर, दो चार पहिया, एल्युमीनियम फैक्ट्री, कालेसर में मकान और तीन बीघा जमीन है। सम्पत्ति की लिस्ट तैयार होने के बाद इसकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है। डीएम ने एआरटीेओ और रजिस्ट्रार को सम्पत्ति या वाहनों की बिक्री पर रोक लगाने के आदेश दिये हैं। कहा जा रहा है कि बैंक के अधिकारियों को भी सुधीर की पत्नी के एकाउंट से लेन-देन पर रोक लगाने को पत्र भेजा गया है। उधर शाहपुर क्षेत्र स्थित मकान का रिसीवर नायब तहसीलदार, कालेसर के मकान, जमीन और वाहनों का रिसीवर तहसीलदार सजहनवां केा नियुक्त किया गया है। इसके अलावा शाहपुर, गीडा और सहजनवां के थानाध्यक्षों को डीएम ने सुधीर सिंह के सभी वाहनों को कब्जे में लेकर मकान सील करने का आदेश दिया है।
डीएम के विजयेंन्द्र पांडियन ने मीडिया को बताया है कि सुधीर की सम्पत्ति कुर्क करनेके आदेश दिये जा चुके हैं। जल्द ही औपारिकताएं पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाला कोई भी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा।
उधर इस बाबत एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने भी मीडिया से कहा है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले बदमाश और अपराधी किसी कीमत पर नहीं बचेंगे। उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा है कि माफिया सुधीर सिंह के खिलाफ कार्रवाई से बदमाश डरेंगे और अपराध करने से पहले सोचेंगे।
बताते चलें कि सुधीर सिंह पर गोरखपुर ही नहीं लखनऊ जिले में 33 मुकदमे दर्ज हैं। उसपर कई बार गैंगस्टर भी लगाया जा चुका है। जिला स्तर पर टाॅप-11 बदमाशों की लिस्ट बनी तो उसमें भी उसका नाम शामिल किया गया। इसके बाद अब सुधीर के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है।