महराजगंज के मिठौरा क्षेत्र के परसौनी गांव निवासी रामसजन वर्मा के घर की माली हालत ठीक नहीं थी। परिवार की आर्थिक तंगी दूर करने के लिए उनका बेटा संजीत उर्फ संजय वर्मा रोज़गार के सिलसिले में सऊदी अरब चला गया और वहां के रियाद शहर की एक बड़ी महिला डॉक्टर की गाड़ी चलाने का काम करने लगा। यह नौकरी उसे इसी महीने मिली थी।
अचानक 15 दिन पहले संजीत की तबीयत खराब हो गयी। बुखार के साथ साँस लेने में परेशानी शुरू हुई तो उसे रियाद शहर के ही एक अस्पताल में ले जाया गया। सोमवार की दोपहर में इलाज के दौरान संजीत की मौत हो गई। मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया। मौजूदा हालात के मद्देनजर जब सऊदी अरब से शव आने की कोई उम्मीद नहीं बनी तो। रिश्तेदारों और पड़ोसियों से सलाह मश्वरे के बाद बेबस पिता ने बेटे के शव का एक प्रतीकात्मक पुतला बनाया और परम्परागत तरीके से उसका अंतिम संस्कार किया।