माइक्रो फाइनेंस कंपनी का किश्त नहीं चुकाने पर गरीब सब्जी वाले को एजेंट धमकाते थे, तंग आकर सब्जी वाले ने…
गोरखपुरPublished: Jan 15, 2019 01:44:59 am
गौरीबाजार क्षेत्र की घटना
सरकारी बैंकों की लालफीताशाही ने सूदखोरों की प्रताड़ना को बढ़ा दिया है। मजबूर लोग सूदखोरों से कर्ज ले रहे और चुकाने में नाकाम साबित होने पर धन के साथ ही इज्जत भी गंवा रहे। सोमवार को देवरिया के एक सब्जीवाले ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी से पत्नी के नाम पर उसने पंद्रह हजार रुपये कर्ज लिया था। लेकिन चुकाने में नाकाम होने पर आए दिन कंपनी का एजेंट उसके पति को धमकी देता था। तंग आकर उसने अपनी जीवन ही समाप्त कर ली।
गौरीबाजार के गौरीखुर्द के रहने वाले कन्हैया मद्धेशिया सब्जी बेच कर अपना गुजारा करते थे। टोकरी में सब्जी लेकर वह गांवगांव उसे बेचते थे। सब्जी बेचने के लिए पूंजी के लिए उन्होंने एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी से पंद्रह हजार रुपये कर्ज लिया था। कर्ज पत्नी के नाम पर था। पीड़िता पत्नी ने बताया कि किश्त चुकाने में देरी होने पर कंपनी का एजेंट उनके पति को धमकाता था। धमकी से तंग आकर सोमवार को कन्हैया ने ट्रेन के आगे जान दे दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।