एम्स के पहले अकादमिक सत्र शुभारंभ के मौके पर अध्यक्ष डाॅ.मित्तल ने कहा कि इस समाज को संवेदनशील डाॅक्टरों की जरूरत है। कोर्स के दबाव व अव्वल आने की होड़ में हमारी संवेदनशीलता गुम होती जा रही है। पढ़ाई गंभीरता से करिए लेकिन संवेदनशीलता मत खोने दीजिए।
एम्स निदेशक डाॅ.संजीव मिश्र(AIIMS Director Dr.Sanjeev Mishra) ने नवप्रवेशी प्रथम बैच के छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप जिस पढ़ाई को करने जा रहे हैं वह समाज की दिशा व दशा बदल सकती है। एमबीबीएस मेहनत मांगता है। रोजाना सीखना है। लगातार परीक्षाएं देनी है। इस कोर्स को करने का कोई शार्टकट नहीं। मेहनत करिए और समाज में नाम कमाइए।
एम्स निदेशक डाॅ.संजीव मिश्र(AIIMS Director Dr.Sanjeev Mishra) ने नवप्रवेशी प्रथम बैच के छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप जिस पढ़ाई को करने जा रहे हैं वह समाज की दिशा व दशा बदल सकती है। एमबीबीएस मेहनत मांगता है। रोजाना सीखना है। लगातार परीक्षाएं देनी है। इस कोर्स को करने का कोई शार्टकट नहीं। मेहनत करिए और समाज में नाम कमाइए।
एम्स के पहले सत्र के शुभारंभ के दौरान एम्स जोधपुर के डीन अकादमिक डाॅ.कुलदीप सिंह(AIIMS Jodhpur dean academic Dr.Kuldeep Singh), डीन मेडिकल रिसर्च डाॅ.प्रवीण शर्मा, डीन छात्र कल्याण डाॅ.सुरजीत घटक, कमिश्नर गोरखपुर जयंत नार्लिकर, बीआरडी मेडिकल काॅलेज(BRD Medical College) के प्राचार्य डाॅ.गणेश ने भी नवप्रवेशियों को टिप्स दिए।
बता दें कि गोरखपुर एम्स में पहली बार एमबीबीएस में पचास विद्यार्थियों का प्रवेश हुआ है। इसमें 18 छात्राएं शामिल हैं। नए सत्र के शुभारंभ के अवसर पर एमबीबीएस में प्रवेश लेने वाले छात्रों को एम्स प्रशासन की ओर से कुछ किताबें भी दी गईं। एम्स में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 29 शिक्षकों को तैनात किया गया है।
बता दें कि गोरखपुर एम्स में पहली बार एमबीबीएस में पचास विद्यार्थियों का प्रवेश हुआ है। इसमें 18 छात्राएं शामिल हैं। नए सत्र के शुभारंभ के अवसर पर एमबीबीएस में प्रवेश लेने वाले छात्रों को एम्स प्रशासन की ओर से कुछ किताबें भी दी गईं। एम्स में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 29 शिक्षकों को तैनात किया गया है।