अब इधर, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं लखनऊ द्वारा बाबूओं के मामले में हस्तक्षेप करने व ट्रांसफर निरस्त कर दिए जाने से प्रभारी चिकित्साधिकारियों ने काम कराने में असमर्थता जाहिर कर दी। तत्काल प्रांतीय चिकित्सक संघ की आपात बैठक बुलाई गई। बैठक में तय हुआ कि जिले में स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में काफी कठिनाई हो रही है। मुख्यमंत्री का जिला होने की वजह से काम बेहतर करने का दबाव है और स्टाॅफ के सहयोग से यह नहीं हो सकता। अगर अनुशासनहीन कर्मचारी मिलेंगे और महानिदेशालय अनावश्यक हस्तक्षेप करेगा तो बेवजह से जवाबदेही देने की बजाय वे लोग इस्तीफा ही दे दें।
बैठक में तय हुआ कि अगर ट्रांसफर निरस्त कर दिया गया तो जिले के सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी अपना इस्तीफा दे देंगे क्योंकि इस माहौल में वह लोग सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का क्रियान्वयन कराने में समर्थ नहीं हो सकेंगे। बैठक में अध्यक्ष डाॅ.अशोक कुमार सिंह, एडीशनल सीएमओ डाॅ.नंदकुमार, डाॅ.नीरज पांडेय सहित अन्य पदाधिकारी व जिले के समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।